- दमोह में पुलिस और एक वांटेड अपराधी के बीच मुठभेड़ हुई। अपराधी ने पुलिस पर फायरिंग की, जिसमें एक पुलिस अधिकारी घायल हो गया। अपराधी को भी गोली लगी और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अपराधी पर कई मामले दर्ज हैं और उसे पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
दमोह(Attack on Damoh Police)। मध्य प्रदेश के दमोह जिले के देहात थाना अंतर्गत ग्राम मराहार में गुरुवार की सुबह पुलिस 23 अपराधों के आरोपी कासिम खान को पकड़कर अवैध रूप से रखे हुए हथियारों की तलाश में गई थी। इस दौरान आरोपी द्वारा पुलिस टीम पर फायर कर दिया, जिससे जबलपुर नाका चौकी प्रभारी एएसआई आनंद अहिरवार के हाथ में गोली लगने से घायल हो गए।
पुलिस द्वारा अपने बचाव में आरोपी पर भी फायर किया जो उसके पैर में लगा। दोनों घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से एएसआई आनंद अहिरवार को जबलपुर एवं आरोपी कासिम खान को मेडिकल कॉलेज सागर रेफर किया गया है।
23 केस में वांटेड आरोपी है कासिम कसाई

इस संबंध में पुलिस अधीक्षक श्रुति कीर्ति सोमवंशी ने बताया कि गऊ कशी सहित अन्य 23 मामलों में वांटेड आरोपी कासिम कसाई को पुलिस द्वारा नागपुर से गिरफ्तार किया गया था। इसके उपरांत आरोपी द्वारा छुपाए गए अवैध हथियारों को पकड़ने के लिए कोतवाली एवं देहात थाना पुलिस की टीम संयुक्त रूप से आरोपी के द्वारा बताए गए स्थान पर गुरुवार की सुबह ले जाया गया था।
पिस्टल से कर दिया पुलिस पर फायर
जहां पर उसके द्वारा जिन स्थानों पर अवैध शस्त्र रखे हुए थे। उस स्थान पर पहुंचकर उसने उन्हें शस्त्रों में से एक पिस्टल द्वारा पुलिस पर फायर कर दिया। जिससे जबलपुर नाका चौकी प्रभारी आनंद अहिरवार के बाएं हाथ में लगी और उन्होंने अपने आप को बचा लिया।
जिस पर पुलिस टीम द्वारा आरोपी पर भी अपने बचाव में फायर किया जो उसके पैर में लगा। दोनों घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां से एएसआई आनंद अहिरवार को जबलपुर एवं आरोपी कासिम खान को सागर रेफर किया गया है।
कई मामलों में फरार चल रहा था
पुलिस अधीक्षक सोमवंशी ने बताया कि आरोपी कासिम खान 23 अपराधों में वांटेड है और कई मामलों में फरार चल रहा था। इस पर इनाम भी घोषित किए गए थे। कासिम को नागपुर से गिरफ्तार कर हथियारों की जप्ती के लिए ले जाया गया था।
कासिम पर हमले के विरोध में चक्का जाम करने की कोशिश

पुलिस द्वारा इसके अन्य मामलों की भी जांच की जा रही है। वहीं दूसरी ओर कासिम खान की गिरफ्तारी एवं उस पर किए गए हमले के विरोध में कसाई मंडी की महिलाओं द्वारा चक्का जाम करने की कोशिश की गई। इस पर पुलिस ने उन्हें किसी भी प्रकार का आंदोलन से रोका।