( संवाददाता आशीष जवखेड़कर )
इंदौर में ऑनलाइन ठगी की शिकायत आमतौर पर पुलिस के पास पहुंचती है, लेकिन कभी ऐसी शिकायत नहीं पहुंची कि एक ही व्यक्ति को ठगों ने अलग-अलग तरह से दिन में 2 बार ठगी का शिकार बनाया हो।
इंदौर में ऑनलाइन ठगी की शिकायत आमतौर पर पुलिस के पास पहुंचती है, लेकिन कभी ऐसी शिकायत नहीं पहुंची कि एक ही व्यक्ति को ठगों ने अलग-अलग तरह से दिन में 2 बार ठगी का शिकार बनाया हो। क्राइम ब्रांच एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया, फरियादी रहीम ने शिकायत कर बताया कि वे रैपिडो(Rapido) चालक हैं। हाल ही में फेसबुक पर अमरीका में जॉब मिलने के संबंध में ऐड देखा था। नंबर पर संपर्क किया तो ठग ने अमरीका में जॉब दिलाने और वहां रहने-खाने की व्यवस्था करने की बात कही।
ठग(Cyber Crime) ने अमरीका जाने के लिए वीजा और इमिग्रेशन के नाम पर 27 हजार ऐंठ लिए। वीजा क्लीयरेंस के लिए दूतावास में 40 हजार और जमा करने के संबंध में फोन किया। ठगी का अहसास होने पर फरियादी ने 1930 पर शिकायत दर्ज करवाई।
100 रुपए काटकर 4300 पत्नी को दे देना
फरियादी ने बताया, उन्हें दिन में अज्ञात नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने कहा कि वह रेलवे स्टेशन पर है। पत्नी हॉस्पिटल में भर्ती थी और अब वह डिस्चार्ज हो गई है। उन्हें हॉस्पिटल से रेलवे स्टेशन पर छोड़ना है। फरियादी हॉस्पिटल पहुंच गया। राइड बुक करने वाले को कॉल किया तो बातचीत में कहने लगा कि पत्नी का यूपीआइ पैमेंट नहीं चल रहा। इसलिए मैं आपको 4400 रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कर रहा हूं। 100 रुपए राइड के काटकर 4300 पत्नी को दे देना।
ठग ने डमी मैसेज भेज दिया। पीड़ित ने यूपीआइ पर आए ऑप्शन पर क्लिक कर दिया। इससे उनके 4400 ठग के खाते में पहुंच गए। ठग ने फिर कॉल कर कहा कि आपके खाते में गलती से 10 हजार भेजे हैं, वो वापस कर दो। संदेह होने पर पर पीड़ित ने बैंक खाता बैलेंस चेक किया तो ठगी का पता चला।