( संवाददाता आशीष जवखेड़कर )
शिक्षा विभाग का BRC स्कूल की मान्यता बढ़ाने के एवज में स्कूल संचालक से ले रहा था रिश्वत..।
मध्यप्रदेश में रिश्वतखोर अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्रवाई का सिलसिला लगातार जारी है। लगभग हर दूसरे दिन कहीं न कहीं लोकायुक्त रिश्वतखोर अधिकारी-कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड़ रही है लेकिन इसके बावजूद रिश्वतखोर बाज आते नजर नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला मध्यप्रदेश के इंदौर का है जहां लोकायुक्त की टीम ने शिक्षा विभाग के BRC (ब्लॉक रिसोर्स कोऑर्डिनेटर) को रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़ा है।
स्कूल संचालक से मांगी रिश्वत
इंदौर अर्बन- 2 के शिक्षा विभाग के बीआरसी माताप्रसाद गौड़ को इंदौर लोकायुक्त की टीम ने मंगलवार को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड़ा है। रिश्वतखोर बीआरसी माताप्रसाद गौड़ ने तिलक नगर इलाके में प्राइवेट स्कूल चलाने वाले आशुतोष सैनी से स्कूल की मान्यता 3 साल बढ़ाने के एवज में 20 हजार रूपये की रिश्वत की मांग की थी। इसकी शिकायत फरियादी स्कूल संचालक आशुतोष सैनी ने इंदौर लोकायुक्त कार्यालय में की थी।
13 हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़ा
लोकायुक्त ने शिकायत की जांच की और शिकायत सही पाए जाने पर रिश्वत के 13 हजार रूपये देकर फरियादी स्कूल संचालक आशुतोष सैनी को रिश्वतखोर बीआरसी माताप्रसाद गौड़ के पास भेजा। रिश्वतखोर माताप्रसाद ने जैसे ही रिश्वत के पैसे लिए तो वहां सादे कपड़ों में मौजूद लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगेहाथों पकड़ लिया। आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 2018 की धारा-7 के तहत कार्रवाई की गई है।