कॉमेडियन कुणाल कामरा की विवादित टिप्पणी पर घमासाम अभी तक थमा नहीं है. ओवैसी ने कामरा का समर्थन करते हुए मुख्यमंत्री फडणवीस पर हमला किया.
हैदराबाद: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया. उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बारे में उनकी टिप्पणी से जुड़े कथित विवादों के बीच उन्होंने सवाल किया कि उनकी टिप्पणी को व्यक्तिगत स्तर पर क्यों लिया गया.
ओवैसी ने आगे कहा कि देश में सबसे बड़ा गद्दार वह है जो कानून को चुनिंदा तरीके से लागू करता है. एएनआई से बात करते हुए ओवैसी ने कहा, ‘कुणाल कामरा एक स्टैंडअप कॉमेडियन हैं. वह कोई राजनेता नहीं हैं. उन्हें चुनाव लड़ने को लेकर कोई वास्ता नहीं है. उन्होंने एकनाथ शिंदे का नाम नहीं लिया है, लेकिन एकनाथ शिंदे, उनकी पार्टी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने इसे व्यक्तिगत स्तर पर ले लिया है. आप उन्हें ‘गद्दार’ कैसे कह सकते हैं?’
उन्होंने कहा, ‘इस देश में सबसे बड़ा गद्दार वह है जो कानून के शासन को भूल जाता है. इस देश में सबसे बड़ा गद्दार या ‘गद्दार’ वह है जो कानून को चुनिंदा तरीके से लागू करता है.’ ओवैसी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर भी कटाक्ष करते हुए सवाल किया कि वह अपने राज्य की उस घटना को क्यों भूल गए, जहां किसी ने कथित रूप से पहले पैगंबर मोहम्मद के बारे में बकवास बातें कही थी. इससे मुख्यमंत्री फडणवीस को ठेस नहीं पहुंची? क्या इस वक्तव्यों से शिंदे के अहंकार को ठेस नहीं पहुंची?
इस बीच, शिवसेना नेता संजय राउत ने विवादास्पद टिप्पणी को लेकर खार पुलिस स्टेशन में कुणाल कामरा के खिलाफ तीन अतिरिक्त मामले दर्ज होने के बाद उनके लिए विशेष सुरक्षा की मांग की है. संजय राउत ने कहा कि जिस तरह भारतीय जनता पार्टी की सांसद कंगना रनौत को शिवसेना के साथ ‘दरार’ के बाद सुरक्षा दी गई थी, उसी तरह कामरा को भी प्रदान की जानी चाहिए.
संजय राउत मीडिया के समक्ष कहा कि मैं महाराष्ट्र सरकार से कुणाल कामरा को विशेष सुरक्षा प्रदान करने की मांग करता हूं. साथ ही कहा कि कंगना रनौत को उनकी सुरक्षा के लिए विशेष बल प्रदान किया गया था, जब उनका हमारे साथ मतभेद था.