- पाकिस्तानियों के देश छोड़ने के आदेश के बाद कई परिवार बिखर गए. देश छोड़ने के लिए कई लोगों को परिवार से अलग होना पड़ा.
एन टीवी टाइम प्रतिनिधि/जम्मू: दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम के बैसरन मैदान में 25 पर्यटकों सहित 26 लोगों की हत्या के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों को 27 अप्रैल तक भारत छोड़ने को कहा गया है. इसके बाद से परिवार बंट रहे हैं और पत्नियां अपने पतियों और बच्चों को छोड़कर जा रही हैं.
इस कदम के बाद जिला डोडा के डोडा कस्बे के दो ऐसे परिवार बंट गए हैं, क्योंकि भारतीय नागरिकों से शादी करने वाली पाकिस्तानी महिलाओं को तय समय के भीतर भारत छोड़ने को कहा गया है. ऐसा ही एक परिवार डोडा शहर के अरशद हुसैन रंगरेज का है, जिनकी पत्नी पाकिस्तान से हैं और अधिकारियों ने उन्हें देश छोड़ने का नोटिस दिया है.
अरशद हुसैन रंगरेज के एक करीबी रिश्तेदार ने ईटीवी भारत को बताया कि अरशद के चार बच्चे हैं. तीन पाकिस्तान में पैदा हुए जबकि एक यहां पैदा हुआ. अब, उनकी पत्नी और तीन बच्चों को दिए गए समय के भीतर छोड़ने के लिए कहा गया है. उन्हें महिला सेल डोडा में एक रात के लिए निवारक हिरासत में रखा गया था, लेकिन भारत सरकार के आदेशों का पालन करने की हिदायत के साथ उन्हें शहर में घर वापस जाने की अनुमति दी गई थी.’
उन्होंने कहा, ‘अब विडंबना यह है कि मां को तीन बच्चों को साथ ले जाना पड़ रहा है और पिता को सबसे छोटे बच्चे के साथ रहना पड़ेगा जो पांच साल का है. घर में मातम जैसा माहौल है और सभी रिश्तेदार उन्हें विदा करने के लिए एकत्र हुए हैं.’ एक अन्य परिवार की भी यही स्थिति है और ये दोनों परिवार रात में ही शहर छोड़ने की योजना बना रहे हैं.
22 अप्रैल को भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने बैसरन घाटी में 25 पर्यटकों और एक स्थानीय घोड़ा चालक सैयद आदिल हुसैन शाह सहित 26 लोगों की हत्या कर दी थी. इसके बाद भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को समर्थन देने और पर्यटकों की हत्या करने के लिए पाकिस्तान को दंडित करने के लिए कई कदम उठाए. ऐसा ही एक कदम पाकिस्तानी नागरिकों के सभी वीजा रद्द करना था तथा उन्हें 27 अप्रैल तक देश छोड़ने का समय दिया गया था.