- 25 साल की भावना सिंह को देर रात उसके दोस्त कार से लेकर अस्पताल पहुंचे थे। उसकी आंख में गोली लगी थी और खून बह रहा था। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। भावना मूल रूप से ग्वालियर की रहने वाली थी और इंदौर में ब्यूटीशियन का कोर्स कर रही थी।
ग्वालियर। इंदौर के लसूड़िया थाना क्षेत्र के अंतर्गत महालक्ष्मी नगर में ग्वालियर की रहने वाली भावना सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह ग्वालियर की रहने वाली जरूर थी, लेकिन अपने परिवार से नाता तोड़ लिया था।
जब बहुत छोटी थी, तभी माता-पिता का निधन हो गया था। दादी ने उसे पाला, लेकिन करीब दस साल पहले घर से बिना बताए चली गई थी। इसके बाद से वह ग्वालियर ही नहीं आई। कभी-कभी अपनी दादी को फोन करती थी।
टीवी से मिली खबर, अब कोई संबंध नहीं
- अब जब उसकी हत्या की खबर स्वजनों को मिली, तो उनका कहना है- उससे कोई संबंध ही नहीं था। दादी ने तो यहां तक कह दिया कि वह नहीं चाहती उसकी लाश यहां लाई जाए, क्योंकि घर के अन्य सदस्य भी उससे कोई संबंध नहीं रखना चाहते थे।
- भावना सिंह ग्वालियर के मुरार स्थित नदीपार टाल के पास की रहने वाली थी। उसकी दादी जमुना देवी से नईदुनिया ने बात की। इस पर दादी ने बताया कि उनके चार बेटे हैं। भावना सिंह उनकी पोती थी।
- भावना के माता-पिता का निधन तभी हो गया था, जब वह चलना भी नहीं सीखी थी। माता-पिता के निधन के बाद दादी ने ही उसकी देखभाल की। उसे पाला। जमुना देवी बताती हैं कि बचपन से उसे पाला था, लेकिन 2015 में वह बिना बताए चली गई।
- जब संपर्क हुआ तो कई बार उसे लौटने के लिए कहा, लेकिन वह नहीं लौटी। इसके बाद उससे संबंध तोड़ लिया। बीच-बीच में फोन करती थी, लेकिन ग्वालियर नहीं आई।
- उसकी हत्या कैसे हुई, क्यों हुई, यह कुछ नहीं पता। उन्होंने बताया कि न्यूज चैनल पर उसकी मौत् की खबर चल रही थी। इससे उन्हें पता लगा। उसकी हत्या हो गई, यह दु:ख तो है लेकिन उसने घर से संबंध ही तोड़ लिया था। इसलिए नहीं चाहते कि उसकी लाश भी यहां आए।
कहती थी- दिल्ली में रहती हूं, कभी-कभी हालचाल पूछ लेती थी
जमुना देवी ने बताया कि भावना का नंबर बदल-बदलकर फोन आता था। जब उससे पूछते थे कि कहां रहती है तो वह बोलती थी- दिल्ली रहती हूं। उसने यह तक नहीं बताया था कि वह इंदौर में है। कभी-कभी हालचाल पूछ लेती थी। उन्होंने बताया कि मौत के सिलसिले में उनसे अब क पुलिस ने भी कोई संपर्क नहीं किया है।