वाशिंगटन. कोरोना वैक्सीन को लेकर अभी भी दुनिया में खूब मंथन चल रहा है. इस बीच यूएस में विशेषज्ञों के एक पैनल ने नोवावैक्स वैक्सीन को मंजूरी देने की सिफारिश की है. अमेरिकी दवा नियामक, खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) की तरफ से इस पैनल को बुलाया गया था, जिसमें से 21 लोगों ने नोवावैक्स के पक्ष में मतदान किया, जबकि एक विशेषज्ञ पैनल में अनुपस्थित थे. समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, एफडीए द्वारा जल्द ही एक आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण जारी करने की उम्मीद है. बता दें कि पैनल ने नोवावैक्स वैक्सीन की सिफारिश कुछ समस्याओं को दरकिनार कर की थी. जैसे कि इसके इस्तेमाल से दिल में सूजन के दुर्लभ मामले हो सकते हैं.
वर्तमान में, अमेरिका में तीन टीकों को मंजूरी दी गई है. इनमें फाइजर, मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन शामिल हैं. विशेष रूप से, फाइजर और मॉडर्ना आरएनए आधारित वैक्सीन हैं. अमेरिका उन कुछ देशों में शामिल है, जिन्होंने अब तक नोवावैक्स की COVID-19 वैक्सीन को मंजूरी नहीं दी है. नोवावैक्स के टीके को यूनाइटेड किंगडम, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया सहित कई देशों से हरी झंडी मिल गई है. वहीं यूरोपीय संघ ने भी नोवावैक्स की COVID-19 वैक्सीन के उपयोग को मंजूरी दे दी है.
नोवावैक्स का ये टीका प्रयोगशाला में विकसित वायरल प्रोटीन पर आधारित है. विशेषज्ञों के अनुसार, यह वैक्सीन उन लोगों के लिए एक विकल्प हो सकती है, जो mRNA टीके लेने से हिचकिचाते हैं. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि नोवावैक्स का टीका COVID-19 मामलों के खिलाफ 90 प्रतिशत से अधिक प्रभावी है.
वहीं भारत में कोविड-19 वैक्सीन कोर्बेवैक्स को 18 साल और उससे अधिक आयु वाले लोगों के लिए मंजूरी दे दी गई है. वैक्सीन का निर्माण करने वाली कंपनी बायोलॉजिकल ई ने इसकी जानकारी दी. इससे पहले ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने अप्रैल के आखिर में 5 से 12 साल के बच्चों के लिए कोर्बेवैक्स की वैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए अनुमति दी थी.
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Tags: Coronavirus, Novavax
FIRST PUBLISHED : June 08, 2022, 06:33 IST