मुंबई. महाराष्ट्र में तेज़ी से बदलते घटनाक्रम के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने कहा है कि उन्हें सीएम के पद से कोई मोह नहीं है. लेकिन उन्होंने ये भी कहा है कि इस पद पर बने रहने के लिए उन्होंने अपनी ज़िद नहीं छोड़ी है. उन्होंने ये बातें ज़िला प्रमुखों की बैठक में कही. बता दें कि शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने ठाकरे के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी है. शिंदे ने दावा किया है कि उन्हें 40 से ज्यादा विधायकों का समर्थन हासिल है. लिहाज़ा ठाकरे सरकार की हालत कमज़ोर हो गई है.
सेना भवन में आज दोपहर १ बजे से जिला प्रमुख और तहसील प्रमुखों की बैठक हुई. जिसे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ऑनलाइन संबोधित किया. उद्धव ठाकरे ने कहा कि मुझे सत्ते का लोभ नहीं है इसलिए मैं सीएम आवास वर्षा छोड़कर मातोश्री में आ गया हम सबको एक साथ रह कर लड़ना है. मर भी जाएंगे तो शिवसेना नहीं छोड़ेंगे बोलकर कुछ लोग भाग गए.
वहीं इस बैठक में आदित्य ठाकरे, सांसद विनायक राउत, MLC सचिन अहिर भी शामिल हुए. हैरानी की बात है कि शिवसेना के समर्थक जिस संख्या में सेना भवन पहुंचा करते थे वो संख्या यहां नजर नहीं आई, बल्कि एनसीपी के कुछ विधायक यहां समर्थन के लिए पहुंचे. पार्टी के अधिकतर विधायक एकनाथ शिंदे के साथ है.
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वहीं इस बैठक में आदित्य ठाकरे ने भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी लोग शिवसेना को धोखा दे चुके हैं. उद्धव ठाकरे ने पिछले ढाई साल में जो काम किया है लोग उस काम का समर्थन करते हैं.
उन्होंने कहा कि, वह एक ऐसे व्यक्ति हैं जो महाराष्ट्र में अखंडता और शांति बनाए रखते हैं लेकिन अफ़सोस की बात है कि ऐसे व्यक्ति को खतरे में डाल रहा है. दो दिन पहले जब हम वर्षा से निकले तो स्टाफ के हर सदस्य की आंखों में आंसू थे. सड़क पर शिवसैनिकों की आंखों में आंसू थे.
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FIRST PUBLISHED : June 24, 2022, 15:03 IST