मध्य प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में शराब की दुकान का विरोध होने लगा है. ऐसा ही मामला पन्ना के एक गांव का है. यहां ग्रामीणों ने बताया कि वह किसी भी कीमत में गांव में शराब की दुकान नहीं खुलने देंगे. अगर कोई गांव में शराब की दुकान खोलेगा तो अब उसे ग्रामवासियों की लाठी-डंडो का सामना करना पड़ेगा.
मध्यप्रदेश में कई जगहों पर शराब दुकानों का विरोध हो रहा है. ऐसा ही एक मामला पन्ना जिले से आया है, जहां 1 अप्रैल 2025 से नई आबकारी नीति के तहत शराब दुकाने खोली जा रही हैं. वहीं कई गांवों की दुकानें कहीं और शिफ्ट भी की जा रही हैं. पन्ना जिले के रैपुरा क्षेत्र के बघवार कला, भरवारा सहित आस-पास के क्षेत्रों में लगातार शराब दुकान खोल जाने का विरोध हो रहा है. इसको लेकर ग्रामवासियों के द्वारा शासन-प्रशासन को ज्ञापन सौंप कर कार्यवाही की मांग की जा रही है, साथ ही शराब की दुकान को गांव में शिफ्ट न करने की मांग भी की जा रही है, लेकिन जब ग्रामवासियों की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो गांव के लोगों ने अनोखे अंदाज में इसका विरोश शुरू कर दिया है.
लाठी-डंड़े लेकर निकले लोग
पन्ना जिले के ग्राम ताखोरी में सैंकड़ों महिलाएं, बच्चे एवं पुरुष हाथ में लाठी-डंडे लेकर निगरानी करना शुरू कर दी है. ग्रामवासियों ने बताया कि उन्हें जानकारी लगी है कि 1-2 दिन में शराब दुकान गांव में शिफ्ट हो जाएगी, जिसके लिए ठेकेदार के द्वारा तैयारी की जा रही है.
गांव के लोगों ने बताया कि वह किसी भी कीमत में गांव में शराब की दुकान नहीं खुलने देंगे. अगर कोई गांव में शराब की दुकान खोलेगा तो अब उसे ग्रामवासियों की लाठी-डंडो का सामना करना पड़ेगा. महिलाओं ने बताया कि वह पूरी रात ऐसे ही लाठी-डंडे लेकर पहरा देंगी, लेकिन गांव में शराब की दुकान किसी भी कीमत में नही खुलने देंगी. उनका कहना है कि अगर शराब की दुकान गांव में खुलती है तो गांव मे माहौल पूरी तरह खराब हो जाएगा.