बिहार में पिछले चार दिनों में अपराध की कई हिंसक घटनाएं हुई हैं। दो सहायक उपनिरीक्षकों (एएसआई) पर ड्यूटी के दौरान क्रूर हमले किए गए, बाद में उनकी मौत हो गई।
बिहार में अपराध की बढ़ती घटनाओं ने कानून-व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। राज्य में पिछले चार दिनों में हिंसा और अपराध की कई घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें दो सहायक उपनिरीक्षकों (ASI) की ड्यूटी के दौरान हत्या कर दी गई। होली के दौरान भी राज्य के कई हिस्सों में पुलिसकर्मियों पर हमले किए गए। इन घटनाओं को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सरकार पर निशाना साधा है।
राज्य में ‘गुंडाराज’ और ‘अपराधी राज’
राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने बिहार में एनडीए सरकार पर अपराधियों को खुली छूट देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, एनडीए सरकार के तहत बिहार अपराधियों का अड्डा बन गया है। यह तथाकथित ‘डबल इंजन सरकार’ पुलिस और जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने में पूरी तरह विफल रही है। अब स्थिति यह हो गई है कि खुद पुलिसकर्मी भी सुरक्षित नहीं हैं, आम जनता की सुरक्षा तो दूर की बात है। राज्य में पूरी तरह से ‘गुंडाराज’ और ‘अपराधी राज’ चल रहा है।
मुंगेर में ASI की निर्मम हत्या से बढ़ा आक्रोश
राज्य में बढ़ते अपराध और हिंसा को लेकर जनता में गुस्सा तब और बढ़ गया जब मुंगेर जिले में तैनात सहायक उपनिरीक्षक (ASI) संतोष कुमार की निर्मम हत्या कर दी गई। घटना उस समय हुई जब एएसआई कुमार अपनी टीम के साथ नंदलालपुरा इलाके में दो परिवारों के बीच विवाद सुलझाने गए थे। लेकिन स्थिति अचानक हिंसक हो गई और भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। हमले के दौरान अज्ञात हमलावरों ने धारदार हथियार से एएसआई कुमार के सिर पर वार किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए पटना ले जाया गया, लेकिन उन्होंने दम तोड़ दिया।
मुफस्सिल थाना प्रभारी चंदन कुमार ने एएसआई संतोष कुमार की हत्या की पुष्टि करते हुए कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है। पुलिस हत्यारों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने में जुटी हुई है।
होली पर भी पुलिसकर्मियों पर हमले
होली के त्योहार के दौरान भी बिहार के कई जिलों में पुलिसकर्मियों पर हमले किए गए, जिससे राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। पटना, गया, बेगूसराय और दरभंगा जैसे इलाकों से पुलिसकर्मियों पर हमलों की खबरें सामने आईं। इन घटनाओं ने राज्य में पुलिस बल की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।
राजद की सरकार से कार्रवाई की मांग
बिहार में अपराध की बढ़ती घटनाओं को लेकर विपक्ष ने सरकार पर तीखा हमला बोला है। राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सिर्फ सत्ता बचाने में लगे हैं, उन्हें जनता की सुरक्षा की कोई चिंता नहीं है। अगर पुलिसकर्मी ही सुरक्षित नहीं हैं तो आम लोगों की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। बिहार के लोग अपराधियों के आतंक से परेशान हैं और अब पुलिसकर्मी भी उनकी क्रूरता के शिकार हो रहे हैं।
उन्होंने नीतीश सरकार से राज्य में कानून-व्यवस्था सुधारने और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार इस पर जल्द ध्यान नहीं देती, तो जनता सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगी।
बढ़ती हिंसा से जनता में दहशत
लगातार हो रही हिंसक घटनाओं और पुलिसकर्मियों पर हमलों से बिहार की जनता में भय और आक्रोश है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब पुलिसकर्मी ही सुरक्षित नहीं हैं, तो आम नागरिकों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित होगी? ऐसे में राज्य सरकार के लिए यह एक बड़ी चुनौती बन गई है कि वह अपराधियों पर लगाम लगाए और जनता को सुरक्षा का भरोसा दिलाए।