दमोह में अंडे का ठेला लगाने वाले को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने 50 करोड़ का नोटिस भेजकर साल भर के लेखा-जोखा का ब्यौरा मांगा है.
दमोह: आजकल देश भर में पहचान दस्तावेजों (आईडी प्रूफ) का दुरुपयोग कर फर्जीवाड़े के मामले सामने आ रहे हैं. दमोह जिले के पथरिया में सामने आए एक ऐसे ही मामले ने तो सबको चिंता में डाल दिया है. दरअसल यहां एक अंडा बेचकर रोजी रोटी कमाने वाले को आईटी (आयकर) विभाग से एक नोटिस मिला है. जिसमें उससे के नाम पर दर्ज फर्म से 50 करोड़ के वित्तीय लेनदेन का हिसाब मांगा है.
नोटिस मिलते ही अंडा विक्रेता और उसका परिवार पुलिस और आयकर विभाग के दफ्तरों के चक्कर काट रहा है. नोटिस मिलने के बाद जब युवक ने आयकर के जानकारों से मदद ली तो पता चला कि उसके नाम पर एक कंपनी रजिस्टर्ड हुई थी जिसके माध्यम से 2022-23 के दौरान करीब 50 करोड़ का वित्तीय लेनदेन किया गया. जिसका हिसाब किताब आयकर विभाग ने पेश करने को कहा है.
अंडा बेचने वाले को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का नोटिस
दरअसल पथरिया के वार्ड 14 के प्रिंस सुमन हाथ ठेले पर अंडे बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं. 20 मार्च 2025 को उन्हें दिल्ली आयकर विभाग से नोटिस मिला, जिसमें उनसे 49 करोड़ 24 लाख 57 हजार 217 रुपए के वित्तीय लेनदेन का हिसाब मांगा गया है. आयकर अधिनियम- 1961 की धारा-133 (6) के तहत नोटिस भेजा गया है.
जिसमें वित्त वर्ष 2022-23 की आईटीआर और व्यवसाय के वार्षिक स्टेटमेंट, 2022-23 में क्रय की गई सामग्री के बिल बाउचर, माल परिवहन के दस्तावेज और वर्ष 2022-23 का बैंक स्टेटमेंट मांगा गया है. नोटिस के बाद प्रिंस सुमन ने आयकर वकील के माध्यम से जानकारी जुटाई तो पता चला कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने प्रिंस सुमन के पैन कार्ड और आधार कार्ड का उपयोग करते हुए प्रिंस इंटरप्राईज के नाम से फर्म का रजिस्ट्रेशन 7 दिसंबर 2022 को कराया. जिसका पता दिल्ली दिल्ली है. फर्म का पंजीयन कराने के बाद फर्जी तरीके से जीएसटी नंबर लिया गया और उसके जरिए फर्जी तरीके से करोड़ों के वित्तीय लेनदेन कर फर्म को बंद भी कर दिया.
दफ्तरों के चक्कर काट रहा परिवार
नोटिस मिलने के बाद प्रिंस सुमन और उनका परिवार वकीलों और सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने मजबूर है. प्रिंस और उसके परिवार ने थाना प्रभारी पथरिया, पुलिस अधीक्षक दमोह, साइबर सेल दमोह, जीएसटी अधिकारी दमोह, आयकर अधिकारी दमोह, आयकर अधिकारी नरसिंहपुर को आवेदन देकर शीघ्र जांच कराने की मांग की है.