- एएनआई के मुताबिक जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय को ध्वस्त करने के लिए भारत ने सबसे शक्तिशाली हथियार का इस्तेमाल किया था.
भारत ने पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों पर एक बड़ा प्रहार करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया है. सूत्रों के अनुसार, 6 और 7 मई 2025 की रात को किए गए इस ऑपरेशन में पाकिस्तान के बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के मुख्यालय को भारी नुकसान पहुंचा है.
बताया जा रहा है कि भारत ने इस ऑपरेशन के लिए सबसे शक्तिशाली हथियारों का इस्तेमाल किया, जिसके परिणामस्वरूप JeM के मुख्यालय को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया. समाचार एजेंसी एएनआई के सूत्रों के मुताबिक, यह जैश-ए-मोहम्मद कैंप पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई द्वारा संचालित किया जाता था. इस कार्रवाई को पाकिस्तान के लिए एक कड़ा संदेश माना जा रहा है.
रऊफ अजहर समेत कई आतंकी ढेर: जैश-ए-मोहम्मद का यह मुख्यालय पाकिस्तानी पंजाब प्रांत के बहावलपुर के अहमदपुर शर्किया में स्थित था. इस ठिकाने का इस्तेमाल आतंकियों को प्रशिक्षण देने के लिए किया जाता था. भारतीय कार्रवाई में इस ठिकाने को खंडहर में तब्दील कर दिया गया है और यहां मौजूद कई आतंकियों को मार गिराया गया है. मारे गए आतंकियों में अब्दुल रऊफ अजहर भी शामिल है, जो 1999 के कंधार प्लेन हाईजैक का मास्टरमाइंड था और आतंकी मौलाना मसूद अजहर का भाई भी है.
जैश-ए-मोहम्मद: एक नज़र
जैश-ए-मोहम्मद (JeM) की स्थापना 1998 में मौलाना मसूद अजहर ने की थी, जो वर्तमान में इस संगठन का प्रमुख है. यह संगठन भारत में कई आतंकी हमलों में शामिल रहा है और इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकी संगठन घोषित किया गया है.
भारत का ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पाकिस्तान को स्पष्ट संकेत देता है कि भारत अपनी सुरक्षा को लेकर गंभीर है और सीमा पार आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा. विश्लेषकों का मानना है कि इस कार्रवाई से पाकिस्तान पर आतंकी संगठनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का दबाव बढ़ेगा.