- ईद के मौके पर मध्य प्रदेश की राजधानी में कुछ युवाओं ने फिलिस्तीन के समर्थन में दुआ पढ़ी. युवाओं ने नारेबाजी कर बैनर दिखाए.
भोपाल/राजगढ़: सोमवार को देशभर में ईद का पर्व धूमधाम से मनाया गया. मुस्लिम भाईयों ने मस्जिदों में नमाज पढ़कर चैन और अमन की दुआ मांगी. वहीं मध्य प्रदेश में भी ईद की रौनक देखने मिली, लेकिन ईद के मौके पर एक और नजारा राजधानी भोपाल में देखने मिला. भोपाल के ईदगाह पर कुछ युवाओं ने फिलिस्तीन के समर्थन में दुआ पढ़ी. साथ ही बैनर-पोस्टर दिखाए. इसके साथ ही भोपाल और राजगढ़ में शहर काजी ने लोगों को नशे से दूर रहने की अपील की.
फिलिस्तीन के समर्थन दुआ पढ़ी
भोपाल के ईदगाह के बाहर कुछ युवाओं ने फिलिस्तीन के समर्थन में दुआ पढ़ी. ईदगाह के बाद कुछ युवाओं ने फिलिस्तीन के समर्थन में बैनर दिखाए. ईदगाह के अलावा भोपाल की मोती मस्जिद में मुफ्ती अब्दुल कलाम ने यमन और फिलिस्तीन में मासूमों के कत्ल-ए-आम के खिलाफ दुआ कराई. उधर वक्फ बोर्ड को लेकर भी दुआ पढ़ी गई.
काली पट्टी बांधकर नमाज पढ़ी
वहीं वक्फ अमेंडमेंट बिल का भोपाल के ईदगाह और दूसरी मस्जिदों में काली पट्टी बांधकर विरोध जताया गया. मुस्लिम धर्मावलंबी काली पट्टी बांधकर नमाज पढ़ने पहुंचे. गौरतलब है कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने वक्फ अमेंडमेंट बिल का शांतिपूर्ण और मौन विरोध करने की अपील की थी. इसका भोपाल भी असर दिखाई दिया.
इसके अलावा राजगढ़ के ईदगाह पर जिला शहर काजी सैयद नाजिम अली ने अपने संप्रदाय के लोगों को संबोधित किया. जहां इस बार ईदगाह के मिंबर से अनोखी और अहम बात शहर काजी ने कही. उन्होंने मुस्लिम भाईयों से गुटका पाउच और नशे के अन्य स्त्रोत से दूर रहने की अपील की. शहर काजी ने नशे से होने वाली बीमारियों और परिवार को होने वाली परेशानियों का जिक्र करते हुए नशे को पूरी तरह से त्यागने की अपील की है.

राजगढ़ में शहर काजी की अपील
जिला शहर काजी ने बताया कि “हम सभी के सामने है कि,नशे के कारण लोगों में बहुत से नुकसान पनप रहे हैं. जिसका नतीजा हमारे सामने है. नशा मुक्ति के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार भी लगातार प्रयासरत है, लेकिन उसके बावजूद भी अमूमन देखने में आता है कि, बच्चे खतरनाक किस्म के पाउच और नशे की चीज इस्तेमाल कर रहे हैं. जिससे गले का कैंसर और मुंह की अन्य बीमारियां उत्पन्न हो रही है. जिसमें घर के घर तबाह और बर्बाद हो रहे हैं.
युवाओं को नशे से दूर रहने की सलाह
उन्होंने कहा कि हमें चाहिए कि ईदगाह के अलावा हम हर मस्जिद से भी ये आवाज उठाएं और बच्चों के माता-पिता को भी इसमें सख्त होना चाहिए. वे बच्चों को इन चीजों से दूर रखें. आज अगर हम इन सब चीजों के लिए बच्चों को मना नहीं करेंगे, तो कल ये बच्चों के लिए बीमारी का सबब बनेगा. कितने ही घर हमने देखे हैं कि वो नशे की वजह से बर्बाद हो गए.