- राजगढ़ जिले में शराब दुकानों का विरोध जारी है. महिलाएं शराब दुकानें हटाने के लिए धरने पर बैठ रही हैं.
राजगढ़: राजगढ़ में नए वित्तीय वर्ष के शुरू होते ही शहरी क्षेत्र में संचालित शराब की दुकानों का विरोध होने लगा है. महिलाओं द्वारा लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. एक अप्रैल से इसकी शुरुआत नरसिंहगढ़ नगर के सूरजपोल मोहल्ले से हुई. यहां शराब दुकान खुलने के विरोध में महिलाएं सड़कों पर उतर आईं. शराब की दुकान के सामने ही धरने पर बैठ गईं. इसके बाद आबकारी विभाग ने दुकान का स्थान परिवर्तन कर दिया. दूसरा मामला फिर से नरसिंहगढ़ नगर के थावरिया मोहल्ले में देखने को मिला.
विरोध के बाद शराब की दुकान की जगह बदली

नरसिंहगढ़ के थावरिया मोहल्ले में रहवासी क्षेत्र में स्थित शराब दुकान का स्थान परिवर्तन करने के लिए महिलाए शराब के ठेके के सामने भजन-कीर्तन करने के लिए बैठ गईं. लोगों का आरोप था कि रहवासी क्षेत्र में संचालित होने वाला शराब का ठेका नियम विरुद्ध है. यदि इसे यहां से नहीं हटाया गया तो इसमें ताला लगा देंगे. जब आबकारी विभाग ने कोई कदम नहीं उठाया तो सोमवार को स्थानीय लोगों और महिलाओं ने शराब दुकान पर ताला लगा दिया.
राजगढ़ जिले में शराब की कुल 157 दुकानें
वहीं तीसरा विरोध का मामला बोड़ा क्षेत्र के रहवासी क्षेत्र में स्थित शराब दुकान में देखने को मिला, जहां महिलाएं शराब दुकान के सामने विरोधस्वरूप भजन-कीर्तन करने लगी. इस मामले में राजगढ़ जिला आबकारी अधिकारी लाखन लाल ठाकुर ने बताया “राजगढ़ जिले में कुल 157 मदिरा दुकानें हैं. वित्तीय वर्ष 25-26 के लिए 264 करोड़ एआरपी निर्धारित की गई. 8 चरणों में इसके टेंडर हुए और 263 करोड़ 14 लाख रुपये का रेवेन्यू प्राप्त हुआ है. सभी दुकानें संचालित हैं.”
आबकारी अधिकारी बोले- नियम के अनुसार ही दुकानें संचालित
शराब दुकानों को लेकर हो रहे विरोध पर आबकारी अधिकारी ने कहा “नरसिंहगढ़ क्षेत्र के सूरजपोल मोहल्ले में स्थित शराब दुकान को शिफ्ट करा दिया है, क्योंकि वह स्कूल से नजदीक थी. वहीं नरसिंहगढ़ के ही थावरिया मोहल्ले में स्थित शराब दुकान नियम के अनुसार संचालित हो रही है. बोड़ा क्षेत्र में संचालित शराब दुकान वर्ष 1992 से संचालित है. वहां जनता अब शराब दुकान का विरोध कर रही है. ऐसे में ठेकेदार ने दुकान शिफ्ट करने के लिए समय मांगा है. दुकानें पूर्व से उन्हीं स्थानों पर संचालित होती आ रही है, जोकि अवैध या नियम विरुद्ध भी नहीं हैं, लेकिन जनता इस बार विरोध कर रही है, यह हमारी भी समझ से परे है.”