छात्रों ने बताया कि रीना होनहार छात्रा थी। वह एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही थी। वर्ष 2021 बैच की छात्रा रीना के एमबीबीएस तृतीय वर्ष का अंतिम पेपर 28 फरवरी को हुआ था। 21 मार्च को प्रैक्टिकल के साथ परीक्षा खत्म होने वाली थी। स्वजन ने बताया कि रीना के पिता आटा चक्की चलाते हैं। उसका छोटा भाई भी व्यवसाय करता है।
इंदौर मार्ग पर न्यायालय के सामने 10 मार्च को बस की टक्कर से घायल हुई एमबीबीएस छात्रा की इंदौर में इलाज के दौरान मौत हो गई। उसके उपचार के लिए शहर के लोगों ने खुलकर आर्थिक सहयोग भी किया था। शनिवार दोपहर शव इंदौर से लाकर अंतिम संस्कार किया गया। इसके पूर्व शवयात्रा कैलादेवी चौराहा पर जैसे ही पहुंची, आक्रोशित स्वजन और समाज के लोगों ने रास्ता जाम कर दिया। लोगों ने प्रशासन के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों पर भड़ास निकाली।

करीब एक घंटे से ज्यादा देर तक रास्ता जाम रहा। सीएसपी की समझाइश के बाद स्वजन मुक्तिधाम रवाना हुए।
रास्ता जाम कर रहे लोगों ने छात्रा के परिवार के लिए एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता, जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई और बस चालक के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज करने की मांग की।
हंगामा एक घंटे से ज्यादा देर तक चलता रहा। वाहन में शव रखकर स्वजन जिला प्रशासन व बेतरतीब बस चलाने वालों को कोस रहे थे।
हंगामे के बाद स्वजन को सीएसपी दीशेष अग्रवाल समझाइश देने पहुंचे। उन्होंने सांत्वना देते हुए उचित कार्रवाई करने की बात कही।

न्यायालय के सामने तेज रफ्तार बस ने एक्टिवा सवार 24 वर्षीय रीना ठाकुर को टक्कर मार दी थी।
इसके बाद युवती को जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद इंदौर रेफर कर दिया गया था।
सीएसपी दीशेष अग्रवाल ने बताया बस चालक के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर बस को जब्त कर लिया गया है।
अमलतास मेडिकल कॉलेज के 100 से अधिक विद्यार्थी भी अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंचे।
