PITHAMPUR NEWS (प्रफुल्ल तंवर) : कचरे के दहन के लिए प्रतिघंटे करीब 400 से 500 लीटर डीजल की खपत हो रही है। कचरे को जलाने के साथ चिमनी से निकल रही गैस की लगातार निगरानी ऑनलाइन कंटीन्युअस इमीशन मानीटरिंग सिस्टम (सीईएमएस) द्वारा की जा रही है। निगरानी का लाइव फीड भी जारी किया है।
धार जिले के पीथमपुर स्थित रामकी संयंत्र में यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री के कचरे के निष्पादन की प्रक्रिया के तहत शनिवार को भी इंसीनरेटर में कचरा जलाया गया। शुक्रवार दोपहर तीन बजे से शुरू हुई कचरे के निष्पादन की पहले चरण की प्रक्रिया में लगातार 74 घंटे यानी सोमवार शाम पांच बजे तक 10 टन कचरे को जलाया जाना है।
इसी कड़ी में शनिवार शाम सात बजे तक 3780 ग्राम कचरे का निष्पादन किया गया। एक घंटे में 135 किलोग्राम कचरे का निष्पादन किया जा रहा है।
निष्पादन केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण मंडल एवं मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अधिकारियों की निगरानी में किया जा रहा है।
मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अधिकारियों के अनुसार, रासायनिक तत्व खत्म करने के लिए अब तक निष्पादित कचरे के साथ करीब 3240 किलोग्राम चूने का मिश्रण किया गया।
फ्लू गैसेस की सफाई के लिए 3.6 टन चूना, 1.8 टन एक्टीवेटेड कार्बन और 24 किलोग्राम सल्फर का भी उपयोग किया गया
विरोध जारी, काली पट्टी बांध धरने पर बैठीं महिलाएं
कचरा निष्पादन की प्रक्रिया शुरू होने का पीथमपुर में अभी भी विरोध किया जा रहा है।
हालांकि पुलिस बल तैनात होने की वजह से शनिवार को पूरे दिन शांति बनी रही।
इस बीच महाराणा प्रताप बस स्टैंड पर कुछ महिलाओं ने सिर पर काली पट्टी बांधकर धरना दिया।
महिलाएं हाथ में भीमराव आंबेडकर का फोटो लेकर बैठी थीं।
करीब एक घंटे बैठने के बाद पुलिसकर्मियों ने सभी को समझाया तो कुछ तो चली गईं, कुछ बैठी ही रहीं।