एमपी के पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने लहार टीआई रविन्द्र शर्मा के खिलाफ फिर मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने टीआई पर निर्दोष लोगों को झूठे केस में फंसाने के आरोप लगाए हैं. आइए आपको पूरे मामले के बारे में विस्तार से जानकारी देते हैं.
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह (Dr. Govind Singh) ने लहार टीआई रविन्द्र शर्मा (TI Ravindra Sharma) के खिलाफ फिर मोर्चा खोला है. उन्होंने टीआई पर निर्दोष लोगों को झूठे केस में फंसाने के गंभीर आरोप लगाए हैं. गोविंद सिंह का कहना है कि टीआई रविन्द्र शर्मा बीजेपी नेताओं के दबाव में काम करते है. उन्होंने आरोप लगाया कि टीआई ने एक युवक को झूठे केस में फंसा दिया था, जिसके बाद उसे पलायन करने पर मजबूर होना पड़ा.
पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने लगाए गंभीर आरोप
एमपी के पूर्व नेता प्रतिपक्ष टीआई ने टीआई पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘एक दंपत्ति को गिरफ्तार कर पुलिस कार्रवाई का डर दिखाकर टीआई ने 8 लाख 30 हजार रुपये की झूठी देनदारी के लिए स्टांप पर हस्ताक्षर कराए. इसके अलावा, एक युवक को झूठे केस में फंसाकर लाठियों से भी पीटा है. टीआई की दहशत के चलते युवक ने लहार से पलायन कर लिया है.’
सीएम मोहन यादव का पत्र
लहार के टीआई रविन्द्र शर्मा के खिलाफ सीएम मोहन यादव ने भी पत्र लिखा है. टीआई की जांच बाहर के वरिष्ठ अधिकारियों से कराने को लेकर सीएम ने अपने पत्र में जिक्र किया है. बता दें कि लहार के टीआई इससे पहले भी कई मामलों को लेकर विवाद के घेरे में रहे हैं. इनके काम को लेकर कई बार सवाल खड़े हुए हैं.