सीएम चंद्रबाबू के 9 साल के पोते ने बनाया विश्व रिकॉर्ड, दुनिया के सबसे तेज ‘चेकमेट सॉल्वर’ बनेदीपक तिवारी
अमरावती: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के पोते और मंत्री नारा लोकेश के बेटे नारा देवांश ने शतरंज में विश्व रिकॉर्ड बनाया है. नौ वर्ष की उम्र में देवांश 11 मिनट और 59 सेकंड में 175 एडवांस्ड चेस पजल्स को हल करके ‘सबसे तेज चेकमेट सॉल्वर’ बन गए. इस असाधारण उपलब्धि को लंदन के प्रतिष्ठित वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है.
प्रतियोगिता में प्रसिद्ध शतरंज पुस्तक 5334 प्रॉब्लम्स एंड गेम्स से पहेलियां शामिल थीं, और जूरी सदस्यों ने इस उपलब्धि को बहुत सावधानीपूर्वक सत्यापित किया. इसके साथ ही, देवांश ने दो और बड़े रिकॉर्ड बनाए:
7-डिस्क टॉवर ऑफ हनोई पहेली को मात्र 1 मिनट और 43 सेकंड में हल करना
5 मिनट में सभी 32 टुकड़ों को सही ढंग से रखकर नौ शतरंज की बिसात को व्यवस्थित करना
प्रतिदिन 5-6 घंटे प्रशिक्षण
देवांश की इस उपलब्धि ने उनके परिवार और समुदाय को बहुत गौरवान्वित किया है. उनके पिता नारा लोकेश ने इस उपलब्धि का श्रेय भारतीय शतरंज के दिग्गजों से मिली प्रेरणा और रॉय शतरंज अकादमी के असाधारण मार्गदर्शन को दिया. लोकेश ने कहा, “देवांश ने इस प्रतियोगिता की तैयारी के लिए हफ्तों तक प्रतिदिन 5-6 घंटे प्रशिक्षण लिया.”
देवांश की मां नारा ब्राह्मणी ने बेटे के समर्पण और दृढ़ता की सराहना करते हुए इसे प्रेरणा का स्रोत बताया. वहीं, देवांश के कोच के. राजशेखर रेड्डी ने जटिल पहेलियों को हल करने में युवा प्रतिभा की दक्षता और ध्यान की सराहना की.
‘माय लिटिल ग्रैंड मास्टर’: सीएम नायडू
मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने देवांश की इस उपलब्धि पर गर्व व्यक्त करते हुए अपने पोते को प्यार से “माय लिटिल ग्रैंड मास्टर” कहा. उन्होंने एक्स पर देवांश के शतरंज की पहेलियां हल करने का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “कड़ी मेहनत, समर्पण और दृढ़ता ही सफलता की कुंजी है.”
नेताओं और मंत्रियों ने दी बधाई
आंध्र प्रदेश के खेल मंत्री मंडीपल्ली रामप्रसाद रेड्डी ने देवांश के भविष्य में और भी बड़ी उपलब्धियां हासिल करने की कामना की. सूचना मंत्री कोलुसु पार्थसारथी ने उन्हें राज्य और राष्ट्र को गौरवान्वित करते रहने के लिए प्रोत्साहित किया. कृषि मंत्री अच्चेनायडू और राजस्व मंत्री सत्य प्रसाद भी समारोह में शामिल हुए और देवांश की असाधारण प्रतिभा की सराहना की.