मुख्यमंत्री के निर्देशन में प्रशासन गांव की ओर अभियान के अंतर्गत आज विकासखंड शाहपुरा की ग्राम पंचायत कारीगढ़ हरी में जिला प्रशासन द्वारा रात्रि चौपाल का आयोजन किया गया।
इस चौपाल में कलेक्टर डिंडोरी श्रीमती अंजू पवन भदोरिया, श्रीमती प्रियंका आमों जनपद अध्यक्ष शाहपुरा ,जिला पंचायत सीईओ श्री दिव्यांशु चौधरी, एसडीएम शाहपुरा श्री ऐश्वर्य वर्मा, डिप्टी कलेक्टर श्री बैद्यनाथ वासनिक सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
चौपाल को संबोधित करते हुए कलेक्टर ने कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य ग्राम की स्थानीय समस्याओं को समझकर उनका त्वरित निराकरण करना है। प्रशासन और ग्रामीण एक साथ बैठकर समस्याओं का समाधान करेंगे।
ग्रामीणों की प्रमुख मांगें
चौपाल के दौरान ग्रामीणों ने निम्न समस्याएं एवं मांगें रखीं—
ग्राम पंचायत में उचित मूल्य की दुकान की आवश्यकता
सिल्की नदी के किनारे विद्युत खंभे लगाए जाने की मांग
एक टोला से दूसरे टोले तक सड़क निर्माण
ग्राम पंचायत में पीने के पानी की गंभीर समस्या
गांव की दीदियों एवं स्कूल में भोजन बनाने वाली रसोइयों ने बताया कि उन्हें लगभग एक किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ता है। कलेक्टर के पूछने पर बताया गया कि हैंडपंप लगे हैं, परंतु उनसे पानी नहीं निकल रहा है।
इस पर कलेक्टर ने पीएचई विभाग के अधिकारी को 15 दिवस के भीतर सर्वे कर जल व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
अन्य महत्वपूर्ण निर्देश
उचित मूल्य दुकान हेतु जिला खाद्य अधिकारी को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश
नदी किनारे विद्युत व्यवस्था हेतु विद्युत विभाग को सर्वे के निर्देश
प्रधानमंत्री सोलर पंप योजना के अंतर्गत किसानों को 90% अनुदान पर सोलर पंप लगाने के निर्देश
इस प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए 26 दिसंबर 2025 को पंचायत भवन में किसानों के दस्तावेज तैयार करने हेतु पटवारी सचिन एवं रोजगार सहायक को निर्देशित किया गया
बच्चों और महिलाओं से संवाद
कलेक्टर ने चौपाल में उपस्थित बच्चों को बिस्कुट एवं चॉकलेट वितरित किए तथा उनसे स्कूल, आंगनबाड़ी, पढ़ाई और पोषण आहार के संबंध में जानकारी ली। बच्चों ने आत्मविश्वास से जवाब दिए।
साथ ही शिक्षकों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा कार्यकर्ताओं और पटवारी के कार्यों की भी जानकारी ली गई।
स्व-सहायता समूहों की सफलता
समूह की दीदियों ने बताया कि वे टेंट संचालन एवं बकरी पालन का कार्य कर रही हैं। शासन की योजनाओं से उनकी आय में वृद्धि हुई है और वे अपने परिवार व बच्चों की शिक्षा का बेहतर ढंग से ध्यान रख पा रही हैं।
जागरूकता कार्यक्रम
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा कठपुतली के माध्यम से नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया, जिसमें बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का संदेश दिया गया।
ग्रामीणों को बाल विवाह कानून की जानकारी दी गई और सभी से शपथ दिलाई गई कि—
लड़की की शादी 18 वर्ष और लड़के की शादी 21 वर्ष से पहले नहीं करेंगे
गांव को स्वच्छ रखेंगे
समापन
अंत में कलेक्टर ने कहा कि सभी समस्याएं नोट कर ली गई हैं। कुछ समस्याओं का समाधान मौके पर किया गया है, शेष का निराकरण शीघ्र किया जाएगा।
ग्रामीणों ने मीडिया के सामने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम सरकार की सराहनीय पहल हैं, जिससे स्थानीय समस्याओं का त्वरित समाधान संभव होता है। रात्रि चौपाल से प्रसन्न होकर ग्रामीणों ने सरकार का आभार व्यक्त किया।
रिपोर्ट लीलाराम साहू डिंडोरी



