( संवाददाता प्रफुल्ल तंवर )
इंदौर में 15 लाख के जेवर चोरी के आरोप में ग्राफिक्स डिजाइनर और नीट छात्रा गिरफ्तार, बंटी-बबली फिल्म देखकर दिया वारदात को अंजाम.
एनटीवी टाइम न्यूज इंदौर/ मध्य प्रदेश के इंदौर में चोरी का गजब मामला सामने आया है. फिल्म ‘बंटी बबली’ की तर्ज पर राउ थाना क्षेत्र में एक युवक और युवती ने ज्वेलर्स की दुकान में रेकी कर 15 लाख रुपए से अधिक के सोने चांदी के जेवरात की चोरी की वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस ने आरोपियों को भोपाल से गिरफ्तार कर लिया है और उनके पास से बड़ी मात्रा में सोने चांदी के जेवरात भी बरामद किए हैं. आरोपियों के बयान सुन पुलिस भी हैरान रह गई. युवक का दावा है कि AI का चलन बढ़ने के कारण उसे नौकरी से निकाल दिया था, जिसके बाद वह आर्थिक तंगी से जूझ रहा था.
ज्वेलर्स की दुकान से 15 लाख के जेवर की लूट

इंदौर का राउ थाना क्षेत्र में 22 दिसंबर की रात को एक ज्वेलर्स की दुकान में अज्ञात बदमाशों के द्वारा चोरी की वारदात को अंजाम दिया था. मामले में एक संदिग्ध गाड़ी नंबर के आधार पर पुलिस मंडला तक पहुंची और इस बात की जानकारी लगी कि इंदौर में रहने वाला एक युवक इस गाड़ी को चल रहा है. मंडला से मिली जानकारी के आधार पर राउ थाना क्षेत्र में ही रहने वाले एक युवक और एक युवती को पुलिस ने भोपाल से गिरफ्तार किया गया है.
युवक का दावा, AI की वजह से गई नौकरी

पकड़े गए आरोपी ने पुलिस को जानकारी दी कि वह पहले एक कंपनी में नौकरी करता था. लेकिन वहां पर क्राइसिस और AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का चलने बढ़ने के चलते उसे कंपनी से निकाल दिया गया था. जिसके चलते वह आर्थिक रूप से काफी कमजोर हो चुका था. मंडला की रहने वाली युवती इंदौर में नीट के एग्जाम की तैयारी कर रही थी, लेकिन वह भी आर्थिक रूप से काफी कमजोर थी. जिसके चलते दोनों ने चोरी की योजना बनाई.
रेकी करने दुकान से खरीदी अंगूठी
उन्होंने राउ थान क्षेत्र स्थित एक ज्वेलर्स की दुकान में दिन में एक अंगूठी खरीदी और इस दौरान उन्होंने दुकान में किस तरह से चोरी की वारदात को अंजाम देना है उसकी रेकी की. इसके बाद देर रात दुकान में घुसकर तकरीबन 10 से 12 तोला सोना व चांदी के जेवर पर हाथ साफ कर दिया. चोरी गए माल की कीमत लगभग 15 लाख बताई जा रही है. आरोपियों ने पहले चुराए हुए सोने और चांदी को इंदौर के ही सराफा बाजार में बेचने की योजना बनाई. लेकिन सराफा कारोबारी ने बच्चे समझकर उन्हें कम कीमत देना चाही. जिसके चलते युवक और युवती उस सोने और चांदी को लेकर मंडला में अपने गांव के लिए निकले थे.

डीसीपी कृष्णलाल चांदनी ने बताया, “क्रिसमस की छुट्टियां खत्म होने के बाद आरोपियों की इंदौर में आकर जेवर बेचने की योजना थी. लेकिन उससे पहले ही दोनों पुलिस की गिरफ्त में आ गए. आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि आर्थिक रूप से काफी कमजोर हो गए थे. उन्होंने बचपन में फिल्म बंटी और बबली देखी थी और उस फिल्म में जिस तरह से रेकी कर चोरी की वारदात को अंजाम दिया जाता था उसी की तर्ज पर उन्होंने इस पूरी वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई. पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी हुई है. उनके पारिवारिक पृष्ठभूमि के बारे में भी पुलिस के द्वारा जानकारी निकाली जा रही है.”


