इंदौर में एक पुलिस सिपाही को ड्रग माफिया से संबंध होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। सिपाही पर आरोप है कि वह ड्रग माफिया को संरक्षण प्रदान करता था और बदले में मोटी रकम लेता था। पुलिस ने सिपाही को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है।
तेजाजी नगर पुलिस ने आजाद नगर थाने के सिपाही लखन गुप्ता को गिरफ्तार किया है। सिपाही पर आजाद नगर क्षेत्र को नशे का गढ़ बनाने का आरोप है। सिपाही को पैडलर शाहरुख उर्फ पेट्रोल की निशानदेही पर पकड़ा गया है।
मामले की जांच तीन आईपीएस अफसरों की निगरानी में चल रही है। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (कानून) अमित सिंह के मुताबिक आइपीएस करणदीप सिंह की टीम ने 26 फरवरी को आरोपित मोहम्मद शाहनवाज उर्फ शाहरुख उर्फ पेट्रोल (आजाद नगर) और विजय पाटीदार (मंदसौर) को कस्तूरबा ग्राम रोड से दो करोड़ रुपये कीमती एमडी ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया था।
पूछताछ में शाहरुख ने आजाद नगर थाने में पदस्थ सिपाही लखन का नाम कुबूला और बताया वह मंदसौर के ड्रग माफिया से सस्ती ड्रग्स खरीद कर आजाद नगर में सप्लाई करता है। उसने यह भी बताया कि सिपाही का संरक्षण प्राप्त है और उसके बदले मोटी रकम दी जाती है। पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य और आरोपित के कथनों के आधार पर शनिवार देर रात लखन को गिरफ्तार कर हवालात में बंद कर दिया।
पूछताछ में आरोपित ने कई पुलिसकर्मियों के नाम बताए
डीसीपी के मुताबिक आजाद नगर की पैडलर मुन्नी बाई, कानी बाई, अमन बसुनिया सहित क्षेत्र के सभी पैडलर लखन से जुड़े थे। वह दबिश के पूर्व खुफिया नंबर से पैडलर को सूचित कर देता था। पैडलरों के वारंट भी तामील नहीं करवाता था। आरोपित को दो दिन के रिमांड पर लिया है। उसने पूछताछ में कई पुलिसकर्मियों के नाम बताए हैं।
वारंट के बहाने बुलाया और वर्दी उतार ली
केस की जांच जोन-1 के डीसीपी विनोद कुमार मीणा की देखरेख में चल रही थी। शनिवार दोपहर डीसीपी ने सीपी संतोष कुमार सिंह को साक्ष्य दिखाए और लखन की गिरफ्तारी की अनुमति ले ली। शनिवार रात कांबिंग गश्त के लिए आजाद नगर थाने में पुलिस बल एकत्र किया गया।
आजाद नगर थाना प्रभारी आदित्य सिंघारिया ने लखन को वारंट के बहाने थाने बुलाया और गिरफ्तार कर लिया। हवालात में डालने के पहले उसकी वर्दी उतार ली गई। हालांकि लखन ने गिरफ्तारी का विरोध करते हुए कहा कि उसके खिलाफ साजिश हुई है।