( संवाददाता प्रफुल्ल तंवर )
- मोटर सायकल चोरी करने वाला एक आरोपी गिरफ़्तार ,आरोपीयों के कब्जे से करीब 2,50,000/- रूपये (दो लाख पचार हजार रूपये ) किमत की 5 मोटर सायकल जप्त
पीथमपुर/दिनांक 27/03/ 25 को फरियादी दयाशंकर पिता मनोहरलाल दिवाकर निवासी विश्वास नगर थाना किशनगंज जिला इन्दौर द्वारा थाना सेक्टर 1 पीथमपुर मे अपनी मोटर सायकल एच एफ डिल्कस क्रमांक MP09QV9893 चोरी होने की रिपोर्ट थाना सेक्टर 1 पीथमपुर मे कराई थी जिस पर से थाना सेक्टर 1 पीथमपुर मे अपराध क्र. 164/2025 धारा 303(2) बीएनएस का पंजीबध्द कर विवेचना मे लिया गया था ।
पीथमपुर मे आये दिन मोटर सायकल चोरी होने की ‘सुचना को गंभीरता से लेते हुए श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय धार श्री मनोज कुमार सिंह के मार्गदर्शन मे तथा श्रीमान नगर पुलिस अधीक्षक महोदय पीथमपुर श्री विवेक गुप्ता के द्वारा थाना प्रभारी सेक्टर 1 पीथमपुर को मोटर सायकल चोरीयो पर रोकथाम निर्देश दिये गये थे जिसके तारतम्य मे थाना प्रभारी ओ. पी. अहिर द्वारा मोटर सायकल चोरी की रोकथाम हेतु एक टीम का गठन किया गया।
टीम द्वारा थाना क्षेत्र के मुखबीरो को सक्रीय कर क्षेत्र के लगभग 50 सीसीटीवी फ़ुटेज देखे गये ।पुलिस टीम द्वारा मुखबीरो को सक्रीय करने पर मुखबीर सुचना मिली कि दो अज्ञात लोगो के द्वारा चोरी के वाहन के बेचने कि नियत से सुदर्शन काम्पलेक्स के पास साई आँटो डील पर चोरी की मोटर सायकल लेकर खडा था । मुखबीर कि सुचना को विश्वसनीय मान कर टीम रवाना होकर सुदर्शन काम्पलेक्स पर पहुचकर उक्त अज्ञात बदमाश को घेराबंदी कर पकडा व आरोपीयों के पास खडी मोटर सायकल एचएफ डिल्कस क्रमांक MP09QV9893 के संबंध मे पुछताछ करते उक्त मोटर सायकल एसबीआई बैंक के सामने पीथमपुर से ही चोरी करना बताया व अन्य वाहन भी चोरी करना कबुला। आरोपी से अपना अपना नाम पता पुछते अपना नाम विकास पिता उदयसिंह वर्मा उम्र 30 साल निवासी पत्थर नाला हरसोल फाटा महू जिला इन्दौर का होना बताया गया बाद बदमाश ने पीथमपुर कस्बे से अलग अलग स्थानो से कुल 4 मोटर सायकल चोरी करना ओर कबुला एवं चोरी की गयी मोटर सायकल बेचने हेतु संस्कार वैली कालोनी के पीछे नाले के पास खाली पडी जमीन पर छुपाना बताया गया।
आरोपी कि निशादेही से कुल 05 मोटर सायकले किमती 2,50,000/- लाख रूपये कि जप्त की गयी है। आरोपी आदतन अपराधी होकर पुर्व मे भी इनके विरूध्द थाना लगभग 4 अपराध पंजीबध्द होना पाया गया है।उक्त के प्रकरण का खुलासा करने मे निरीक्षक ओ. पी. अहिर, सउनि. के. के. परिहार, सउनि अशोक दुबे, प्र.आर नीरज मिश्रा, प्र. आर. मनजीत सिंह, प्र. आर.463 सुरज तिवारी, प्र.आर. 225 महेश यादव, प्र.आर.824 मनीष चौहान, आर. 867 राहुल हिरवे, आर. 872 शैलेन्द्र सिंह भदौरिया व सायबर सेल शाखा प्र.आर. सर्वेश सिंह व आर. प्रशांत की महत्वपुर्ण भूमिका रही