OMKARESHWAR NEWS : महाशिवरात्रि के अवसर पर ओंकारेश्वर में पुलिस ने सड़क किनारे खड़े वाहनों की हवा निकाल दी, जिससे यात्रियों में आक्रोश फैल गया। यात्रियों का आरोप है कि पुलिस ने सौ से अधिक वाहनों की हवा निकाली, जिससे उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ा।
महाशिवरात्रि पर ओंकारेश्वर में भीड़ नियंत्रण के लिए प्रशासन द्वारा तीर्थनगरी में वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित करने से श्रद्धालुओं को चार-पांच किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। वहीं मंदिर में भी दर्शन के लिए लंबी कतार में परेशान होना पड़ा। इसके अलावा वाहनों से आए यात्रियों को पुलिस व प्रशासन की ज्यादती का सामना भी करना पड़ा।
सैकड़ों किलोमीटर से आए यात्रियों की परेशानी उस समय और बढ़ गई जब सड़क किनारे खड़े अधिकांश वाहनों के टायर की हवा आधी रात को निकाल दी गई। यात्रियों का आरोप है कि सौ से अधिक वाहनों की हवा पुलिस वालों ने निकाली है।
परिवार के साथ आए लोग हो गए परेशान
इससे परिवार के साथ आए लोगों को रात में परेशान होना पड़ा। इससे ओंकारेश्वर तीर्थस्थल की छबि खराब हो रही है। ऐसे में यहां कोई नहीं आएगा। वरिष्ठ अधिकारी और मध्य प्रदेश के गृह मंत्री को इस पर ध्यान देना चाहिए।
वीडियो भी आया सामने
ओंकारेश्वर में महाशिवरात्रि पर दाड़ी स्वामी तिराहा से लेकर फारेस्ट नाके तक सड़क किनारे नो पार्किंग जोन में खड़े चार पहिया वाहनों के टायर की पुलिसकर्मियों द्वारा हवा निकालने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर एक तीर्थयात्री द्वारा शेयर किया गया है।
सड़क पर बैठे रहे महिलाएं और बच्चे
इसमें ओंकारेश्वर में सड़क किनारे खड़े चार-पांच वाहनों के टायर बदलते हुए लोगों को दिखाया गया है। इन परिवारों की महिलाएं और बच्चे सड़क किनारे बैठे नजर आ रहे है। यात्रियों का कहना है कि वाहन यदी नो पार्किंग में खड़ा है तो पुलिस को नियमानुसार कार्रवाई कर जुर्माना वसुलना चाहिए। वाहन की हवा निकालना नियम विरूद्ध और तानाशाही है।
वीडियो से सामने आया मामला
वाहनों की हवा निकालने को लेकर ओंकारेश्वर थाना प्रभारी अनोप सिद्दिया का कहना है कि इतनी संख्या में वाहनों की हवा निकालने के संबंध में किसी व्यक्ति द्वारा कोई शिकायत या सूचना नहीं दी गई है। एक वीडियो से यह मामला संज्ञान में आया है।
त्योहारों के दौरान पुलिस, होमगार्ड, वन और कोटवार सहित अन्य कर्मचारियों की ड्यूटी रहती है। इस दौरान बाहर से बड़ी संख्या में पुलिस बल आता है। क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से वस्तु स्थिति का पता लगाया जाएगा। वहीं भविष्य में ड्यूटी करने वालों को आवश्यक समझाईश दी जाएगी।