- हार्पी ड्रोन दुनिया के सबसे घातक ड्रोन में शामिल है. इस ड्रोन ने पाकिस्तान की कई इमारतों को गंभीर नुकसान पहुंचाया है. इस ड्रोन को इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (IAI) ने विकसित किया है. यह एक हल्का ड्रोन है, जिसे मुख्य रूप से दुश्मन के रडार सिस्टम और हवाई रक्षा प्रणालियों को नष्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है.
भारत के ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) से पाकिस्तान (Pakistan) सहम गया है और उसकी हालत लगातार खराब होती जा रही है भारतीय सेना (Indian Army) ने पहलगाम आतंकी हमले का बदला बुधवार तड़के पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर हमला करके ले लिया था. इसमें दर्जनों आतंकी मारे गए. इसका नाम ऑपरेशन सिंदूर रखा गया है उसके बाद गुरुवार (8 मई) को एक के बाद एक दर्जनों ड्रोन हमलों से पूरा पाकिस्तान दहल उठा है. कराची, लाहौर, इस्लामाबाद और रावलपिंडी जैसे शहरों में भी धमाके हुए हैं. न्यूज एजेंसी से प्राप्त जानकार के अनुसार गुरुवार सुबह भारत की स्ट्राइक में पाकिस्तान के तीन बड़े शहरों लाहौर, कराची और रावलपिंडी में लगे HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम तबाह हो गए. ऐसा बताया जा रहा है कि इन हमलों के लिए भारत ने इजराइली तकनीक वाले हार्पी ड्रोन का इस्तेमाल किया है. आइए जानते हैं. इस मिनी ‘ब्रह्मास्त्र’ के बारे में.
पहले हमला किया नाकाम फिर दिया करारा जवाब
7 और 8 मई की बीच की रात को पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों के जरिए अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भटिंडा, चंडीगढ़, नल, फलौदी, उत्तरलाई और भुज सहित उत्तरी और पश्चिमी भारत में कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने का प्रयास किया. भारत ने रूस से मिले S400 डिफेंस सिस्टम के जरिए पहले पाक के सभी हमलों को नाकाम किया. इसके बाद जवाबी कार्रवाई में भारत ने गुरुवार सुबह पाकिस्तान का एयर डिफेंस सिस्टम तबाह कर दिया. इसके लिए इजराइल से मिले हार्पी ड्रोन का इस्तेमाल किया गया. S-400 एक एयर डिफेंस सिस्टम है. ये हवा में हो रहे अटैक को रोकता है. ये दुश्मन देशों के मिसाइल, ड्रोन, रॉकेट लॉन्चर और फाइटर जेट्स के हमले को रोकने में बेहद कारगर है. यह 600 किमी दूर टारगेट को ट्रैक कर लेता है. इसकी टारगेट हिट करने की रेंज 400 किमी है. इसे रूस के एलमाज सेंट्रल डिजाइन ब्यूरो ने बनाया है. दुनिया के बेहद आधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम में इसकी गिनती होती है.

कैसा है हार्पी ड्रोन?
हार्पी ड्रोन दुनिया के सबसे घातक ड्रोन में शामिल है. इस ड्रोन ने पाकिस्तान की कई इमारतों को गंभीर नुकसान पहुंचाया है. इस ड्रोन को इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (IAI) ने विकसित किया है. यह एक हल्का ड्रोन है, जिसे मुख्य रूप से दुश्मन के रडार सिस्टम और हवाई रक्षा प्रणालियों को नष्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है.

इसे सुसाइड ड्रोन भी कहा जाता है. 1989 में इसका पहली बार परीक्षण किया गया था. ऑटो और मैन्युअल दोनों मोड में काम करता है. कई किलो तक विस्फोटक ले जा सकता है. इससे दुश्मन के रडार और हवाई रक्षा प्रणालियों को निशाना बनाया जाता है. इसे खुद या ऑपरेटर द्वारा संचालित किया जा सकता है.

यह टारगेट पर सीधे हमला करने के लिए खुद को नष्ट कर देता है. यह अधिकतम 185 किमी/घंटा यानी 115 मील/घंटा की स्पीड़ से उड़ान भर सकता है. इस ड्रोन के अलग-अलग वर्जन 500 से लेकर 1000 किमी तक की दूरी तय कर सकते हैं. एक बार एयरबोर्न होने पर ये आसमान में करीब छह से नौ घंटे तक रह सकते हैं. इसके अलग-अलग वर्जन अपनी अलग-अलग क्षमताएं हैं.

यह ड्रोन निगरानी और सटीक हमले दोनों में सक्षम है, जो इसे सैन्य अभियानों में एक प्रभावी हथियार बनाता है. हार्पी ड्रोन का फायर एंड फॉरगेट मिसाइल भी कहा जाता है. क्योंकि हमला करने के बाद ये ड्रोन नष्ट हो जाता है. भारत ने इन्हें 2000 में इजराइल से खरीदा था.
पाकिस्तान ने नुकसान स्वीकारा
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने दावा किया कि हमने 12 हैरप ड्रोन्स को मार गिराया है. पाकिस्तान का कहना है कि इन ड्रोन को लाहौर और कराची में मार गिराया गया. उन्होंने अपने दावे के समर्थन में ड्रोन्स की कुछ तस्वीरें भी दिखाईं. हालांकि इसकी पुष्टि नहीं की गई है. पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने गुरुवार दोपहर को कहा- पाकिस्तान के 9 शहरों में भारत ने ड्रोन हमले किए. पाकिस्तानी सेना कम से कम 50 ड्रोन गिराने में कामयाब रही. शरीफ ने माना कि एक ड्रोन नुकसान पहुंचाने में कामयाब रहा। लाहौर में पाकिस्तानी सेना के 4 जवान घायल हुए और मियानों में 2 लोगों की मौत हो गई. पाकिस्तान ने खुद स्वीकार किया है कि एक दिन पहले ही उसके यहां ऐक्टिव 9 आतंकी ठिकाने नेस्तनाबूद करने के बाद भारत ने 9 शहरों पर ड्रोन अटैक किए हैं. पाकिस्तान की संसद में सांसद ताहिर इकबाल के रोने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. इसमें वह कह रहे हैं- या खुदा आज हमें बचा ले.