PITAMPUR NEWS (प्रफुल्ल तंवर) : Union Carbide Waste: जीतू पटवारी ने कहा कि मोहन यादव सरकार याद रखे कोर्ट की आड़ लेकर जनभावना को जिस तरीके से नजर अंदाज किया जा रहा है, उसकी गंभीर कीमत आने वाली नस्लों को चुकानी पड़ेगी.
मध्य प्रदेश के भोपाल के यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री से पीथमपुर आया जहरीला कचरा आज जलाया जाएगा. हाई कोर्ट के 18 फरवरी के निर्देश के बाद 27 तारीख से पीथमपुर की रामकी फैक्ट्री में रखे रासायनिक कचरे के निष्पादन के ट्रायल रन की तैयारी शुरू कर दी गई थी. यहां पर 12 कंटेनर एक जनवरी को भोपाल से पीथमपुर भेजे गए थे. इस बीच पीथमपुर में जहरीला कचरा जलाने को लेकर कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने मोहन यादव सरकार पर निशाना साधा है.
जीतू पटवारी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर ट्वीट कर कहा, “पीथमपुर और इंदौरवासियों, मैं फिर मुख्यमंत्री और बीजेपी सरकार के पूरे तंत्र को चुनौती देता हूं कि यदि यूनियन कार्बाइड के कचरे में जहर नहीं है, तो रामजी कंपनी के आसपास के 10 किमी क्षेत्र में पानी की जांच करवा ले, यदि कैंसर के तत्व नहीं मिले, तो मैं सार्वजनिक माफी मांग लूंगा. मोहन यादव सरकार याद रखे कोर्ट की आड़ लेकर जनभावना को जिस तरीके से नजर अंदाज किया जा रहा है, उसकी गंभीर कीमत आने वाली नस्लों को चुकानी पड़ेगी.”
जीतू पटवारी ने दी सरकार को दी चुनौती
उन्होंने कहा, “मैं फिर दोहरा रहा हूं इंदौर ने भारतीय जनता पार्टी को कई विधायक, सांसद और महापौर दिए, लेकिन बीजेपी बदले में कैसा जहर दे रही है, ये आने वाली पीढ़ियां बताएंगीं. मैं मुख्यमंत्री, इंदौर के दो-दो मंत्री, कलेक्टर के साथ पूरे सरकारी तंत्र को चुनौती देते हुए फिर कह रहा हूं, मेरे साथ चलें, पानी के सैंपल की जांच कर लें, स्थिति स्पष्ट हो जाएगी.”
बरती जा रही हैं विशेष सावधानियां
बता दें यूनियन कार्बाइड के इस जहरीले कचरे को जलाने के लिए विशेष सावधानियां बरती जा रही हैं. कचरे को छोटे-छोटे 9-9 किलो के बैग्स में पैक किया गया है. बैग में 4.5 किलो कचरा और 4.5 किलो चूना मिलाया गया है, जिससे इसे जलाने की प्रक्रिया को नियंत्रित किया जा सके. इंसीनरेटर (Incinerator) को गर्म करने में 12 घंटे लगते हैं, इसलिए इसे बीती रात 10 बजे से चालू कर दिया गया था.
इंसीनरेटर को जलाए रखने और उसके तापमान को बनाए रखने के लिए हर घंटे 400 लीटर डीजल की खपत लगेगी. आज सुबह 10 बजे के बाद किसी भी समय इस जहरीले कचरे को जलाने की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है. इस चरण में कुल 10 टन कचरा जलाया जाएगा, जिसे पूरी तरह से खत्म करने में लगभग तीन दिन लगेंगे. इस प्रक्रिया के दौरान निकलने वाली राख, गैस, सॉलिड पार्टिकल और पानी को वैज्ञानिक तरीके से निष्पादित किया जाएगा.