अंकित खरे
- जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन की मांग तेज
इंदौर/जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हिंदू तीर्थयात्रियों पर हाल ही में हुए आतंकी हमले के विरोध में देशभर में विरोध-प्रदर्शन तेज हो गए हैं। इसी क्रम में मंगलवार को इंदौर के बंगाली चौराहा पर समस्त हिंदू समाज द्वारा पाकिस्तान का पुतला जलाया गया। प्रदर्शनकारियों ने आतंकी हमले के खिलाफ नारेबाजी करते हुए केंद्र सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की।
प्रदर्शन के बाद समस्त हिंदू समाज की ओर से भारत के राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें जम्मू-कश्मीर में तत्काल राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की गई है। ज्ञापन में कहा गया है कि यह हमला न केवल मानवता पर हमला है, बल्कि देश के करोड़ों हिंदुओं की सुरक्षा पर भी सीधा प्रहार है।
ज्ञापन में यह आरोप लगाया गया कि
हमला इस्लामिक आतंकियों द्वारा सुनियोजित तरीके से किया गया है, जो क्षेत्र में आतंक का वातावरण बना रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर सरकार की नरम नीति के कारण आतंकियों का मनोबल बढ़ा है।
हमलावर हिंदुओं की पहचान कर लक्षित हत्या कर रहे हैं।
यह हमला अमेरिका के उपराष्ट्रपति की भारत यात्रा के दौरान भारत की छवि को खराब करने की साजिश का हिस्सा हो सकता है।
ज्ञापन में की गई प्रमुख मांगें
- 1. जम्मू-कश्मीर में तत्काल राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए।,पीड़ितों के परिजनों को समुचित मुआवज़ा और सुरक्षा प्रदान की जाए।,दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार कर उन्हें कड़ी सजा दी जाए।,आगामी अमरनाथ यात्रा को देखते हुए तीर्थयात्रियों की सुरक्षा हेतु विशेष बलों की स्थायी तैनाती की जाए।, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री इस्लामिक आतंकवाद और देशभर में हिंदुओं पर हो रहे हमलों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करें।
समस्त हिंदू समाज ने विश्वास व्यक्त किया है कि राष्ट्रपति इस संवेदनशील और गंभीर मुद्दे पर शीघ्र एवं प्रभावी कदम उठाएंगे और राष्ट्र की अखंडता एवं नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।