मुरैना वन स्टॉप सेंटर में 4 युवक मानव अधिकार आयोग के सदस्य बनकर एक लड़की को लेने पहुंच गए. जमकर हुआ हंगामा.
मुरैना: शनिवार को मुरैना वन स्टॉप सेंटर में जमकर हंगामा हुआ. 4 युवक मानव अधिकार आयोग के सदस्य बनकर वन स्टाप सेंटर से एक लड़की को लेने पहुंचे. आरोप है कि चारों प्रेमी के दोस्त थे जिसके साथ लड़की ने भागकर शादी कर ली थी. परिजन ने हंगामा मचाया तो 2 युवक दीवार फांदकर भाग गए. सूचना पाकर मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने 2 युवकों को हिरासत में ले लिया. परिजन का आरोप है कि, केस वर्कर ने बेटी को सुपुर्द करने के लिए उनसे 50 हजार रुपये की रिश्वत ली है.
युवती ने भागकर अपने प्रेमी से कर ली है शादी
मुरैना के पोरसा थाना क्षेत्र अंतर्गत बुधारा गांव की एक 20 वर्षीय युवती 15 दिन पहले अचानक गायब हो गई थी. परिजनों ने इसकी रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई थी. जांच में लगी पुलिस ने 5 दिन पहले युवती को बरामद कर लिया था. युवती ने पुलिस को बताया कि वह गांव के ही देवेंद्र रावत नामक युवक से प्रेम करती है. वह अपनी इच्छा से प्रेमी के साथ भागकर गई थी. आगे का जीवन वह प्रेमी के साथ ही गुजारना चाहती है. युवती के बालिग होने की वजह से पुलिस ने उसे मुरैना वन स्टॉप सेंटर भेज दिया.
परिजन ने केस वर्कर पर लगाया रिश्वत लेने का आरोप
युवती की मां का कहना है कि बेटी से मिलने वह वन स्टॉप सेंटर पहुंची तो उसको मिलने नहीं दिया गया. इसके बाद वह समाजसेवी बबलू बघेल को लेकर वन स्टॉप सेंटर पहुंची. युवती की मां ने बताया कि “केस वर्कर ज्योति धाकड़ ने उसकी बेटी को उसे सौंपने के एवज में 50 हजार रुपए की मांग की. उसने केस वर्कर को पैसे भी दे दिए. लेकिन उसने बेटी को सौंपना तो दूर उससे मिलने भी नहीं दिया. शनिवार को जब वो फिर से बेटी को लेने वन स्टॉप सेंटर पहुंची तो 4-5 युवक अंदर बैठे थे.”

अपनी आईडी नहीं दिखा पाए चारों युवक
लड़की की मां का आरोप है कि वो लड़के के दोस्त थे. पूछताछ में युवकों ने बताया कि वो राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग से हैं. लड़की को यहां से ले जाने के लिए हाईकोर्ट का ऑर्डर भी लाए हैं. परिजन ने आईडी दिखाने को कहा तो उन्होंने घर पर होने की बात कही. लड़की की मां ने आरोप लगाया है कि वन स्टॉप सेंटर के कर्मचारियों ने युवकों से 1 लाख रुपए लेकर उन्हें लड़की सौंपने की डील कर ली थी.
पुलिस ने 2 को हिरासत में लेकर पूछताछ के बाद छोड़ा
इतना सब होने के बाद परिजन भड़क गए और गेट पर हंगामा करने लगे. उन्होंने पुलिस को भी फोन लगा दिया. पुलिस के आने की बात जानकर 2 युवक दीवार फांद कर भाग गए जबकि 2 युवकों को पुलिस ने हिरासत में लिया. हालांकि थाने में पूछताछ के बाद पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया.
वन स्टॉप सेंटर प्रभारी अपूर्वा चौधरी का कहना है कि, “किसी ने कोई रिश्वत नहीं मांगी है और न ली है. लड़की बालिग थी और उसने अपनी मर्जी से शादी कर ली थी. वह अपने पति के साथ रहना चाहती है. जो लड़के उसको लेने आये थे, उनमें एक लड़के का बड़ा भाई था. 2 लोग मानव अधिकार आयोग से जुड़े हुए थे. उस समय उनके पास आईडी कार्ड नहीं थे, बाद में मंगवा लिए थे.”