उज्जैन में चेकअप के दौरान कुर्सी से गिरा युवक, डॉक्टर ने तुरंत सीपीआर देकर बचाई जान, घटना सीसीटीवी में कैद, हार्ट अटैक का मामला.
उज्जैन: मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में 30 वर्षीय युवक कोचेकअप के दौरान अचानक हार्ट अटैक आ गया. दरअसल, युवक सीने में दर्द होने पर चेक करवाने डॉक्टर के पास गया था. जहां कुर्सी पर बैठे-बैठे अचानक युवक गिरने लगा. आस-पास मौजूद परिजन और डॉक्टरों की टीम ने संभाल लिया. तुरंत युवक को युवक को स्ट्रेचर पर लिटा कर डॉ ने सीपीआर दिया और इलेक्ट्रिक शॉक दिए. तब युवक की जान बच पाई. घटना का सीसीटीवी भी सामने आया है. जिसमें पूरी घटना लाइव कैद हुई है.
चेकअप के दौरान गिरा युवक
पूरा मामला उज्जैन के नागदा तहसील क्षेत्र (शहर) का है. जहां मंगलवार को गांव रूपेटा का रहने वाला सन्नी गहलोत सीने में दर्द होने पर नागदा के चौधरी अस्पताल एंड रिसर्च सेंटर पहुंचा. डॉ जयपाल युवक का ब्लड प्रेशर चेक कर रहे थे. तभी युवक कुर्सी से बैठे-बैठे गिरने लगा. डॉ जयपाल ने बताया “युवक को तत्काल सीपीआर और इलेक्ट्रिक शॉक 40 मिनट तक दिया गया. जिससे उसकी जान बची. युवक अब ठीक है, उसे इंदौर रेफर किया गया है. जहां उसका इलाज जारी है.
CCTV में केद घटना
पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई. 22 जुलाई मंगलवार दोपहर 2 से 3 बजे के बीच की ये घटना है. अस्पताल के डॉक्टर सुनील चौधरी ने बताया कि सन्नी गहलोत को मंगलवार सुबह से ही सीने में दर्द हो रहा था. सन्नी ने इसे सामान्य मान कर गांव में ही मंडी में उपचार करवाया. इंजेक्शन व कुछ दवाई लेकर घर लौट गया. जब दर्द बढ़ा तो नागदा हॉस्पिटल आया. जहां डॉक्टर उसका चेकअप कर रहे थे, तभी वह गिर गया. उसकी सांस रुकने लगी थी, लेकिन सीपीआर देकर जान बचाई गई.

40 मिनट का सीपीआर और 12 डीसी शॉक
डॉ चौधरी ने बताया कि “40 मिनट तक हमने हिम्मत नहीं हारी. 12 इलेक्ट्रिक शॉक और 40 मिनट तक लगातार सीपीआर दिया गया. लगभग 3 घंटे में युवक स्टेबल हुआ फिर उसे इंदौर रेफर किया गया.
बाहर का खाने से बचे
डॉक्टर चौधरी ने आम जनता को संदेश देते हुए कहा कि जितना हो सके बाहर का कुछ भी खाने से बचें. शुद्ध और सात्विक भोजन करें. किसी की सांस फूलती है घबराहट होती है तो इसे नजरअंदाज बिल्कुल ना करें, डायबटीज पेशेंट जरूर ध्यान दें. थोड़ा बहुत भी सीने में दर्द, घबराहट है तो चेकअप जरूर करवाएं. जितना हो सके एक्सरसाइज करें.
बैठे रहने वालों को ज्यादा अलर्ट रहना चाहिए
डॉक्टर चौधरी ने कहा कि लगातार एक पोजीशन पर बैठे रहने वाले यानि जॉब वाले लोगों को अलर्ट रहना चाहिए. फिजिकल एक्टिविटी जरूरी है. हार्ट की एक्सरसाइज अगर नहीं हो पा रही है, तो इस तरह के अटैक आना आम बात है. फिर चाहे आप सात्विक भोजन कर रहे हो या कितना ही खुद पर ध्यान दे रहे हों. फिजिकल एक्टिविटी कंटिन्यू बैठकर काम करने वाले लोगों को बहुत जरूरी है.