कटनी में वन विभाग की टीम पर ग्रामीणों ने किया हमला, डिप्टी रेंजर सहित तीन कर्मी घायल.
कटनी: मध्य प्रदेश के कटनी जिले में उस वक्त अफरा-तफरी का माहौल हो गया. जब फॉरेस्ट कर्मचारियों पर महिला व पुरुषों ने मिलकर लाठी और डंडों से हमला बोल दिया. लाठी और डंडे के हमले से पांच फॉरेस्ट कर्मचारी घायल हुए हैं. जिन्हें प्राथमिक इलाज के लिए ढीमरखेड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. जहां उनका इलाज किया गया.
साथ ही इस घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने वन कर्मियों के बयान पर शासकीय कार्य में बाधा एवं मारपीट करने का मामला पंजीकृत करते हुए जांच शुरू कर दी है.
वन विभाग की टीम पर हमला
एसडीओपी जया त्रिपाठी ने बताया कि “वन विभाग की टीम अवैध अतिक्रमण हटाने गई थी. जहां पर ग्रामीणों ने लाठी-डंडों से हमला कर दिया. हमले में 2 डिप्टी रेंजरों सहित 3 वन रक्षक घायल हो गए हैं. बताया यह भी जा रहा है कि वन विभाग की टीम गांव में अतिक्रमण हटाने पहुंची थी. जिससे नाराज होकर ग्रामीणों ने उन पर हमला कर दिया. जैसे-तैसे वो ग्रामीणों से जान बचाकर गांव से बचकर निकले हैं. फिलहाल, टीम की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर धरपकड़ शुरु कर दी है.”
वन विभाग की जमीन पर अतिक्रमण
बता दें जिले की ढीमरखेड़ा इलाके में स्थित आने वाले ग्राम बिहरिया से सटी वनभूमि पर अतिक्रमण कर बैल से जुताई कर खेती की तैयारी कर ली गई थी. वन भूमि पर कब्जे की शिकायत पर वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे. इस दौरान अतिक्रमणकारियों ने पहले तो विरोध करते हुए वन टीम से जमकर गाली-गलौज की.
इसके बाद भी वे रूके नहीं, टीम पर लाठी-डंडों से जानलेवा हमला कर दिया. इस हमले में 2 डिप्टी रेंजरों और 3 वनरक्षक घायल हो गए हैं. टीम से मारपीट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल होने लगा है.
कब्जा हटाने की गई टीम पर किया हमला
मामले को लेकर वन टीम का कहना है कि, वन भूमि पर दूसरे जिलों से आए लोग कब्जा जमाकर खेती कर रहे हैं. इन्हें स्थानीय लोगों का भी संरक्षण है. कब्जे की शिकायत पर स्टाफ मौके पर कब्जा हटाने गया था. जहां डिप्टी रेंजर आरके मिश्रा और अशोक कोल के साथ वनरक्षक राजेश शर्मा, रामफल पटेल और राम रामदुलारे मेहरा के साथ बिहरिया में रहने वाले लल्लू बर्मन, रघुवीर सिंह, प्रकाश दाहिया, कालू सिंह, मुकेश बर्मन ने बेरहमी से मारपीट की है.