Friday, March 14, 2025

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कहीं हिंदू बन प्यार का झाँसा, कहीं नौकरी के नाम पर फँसाना गोरखपुर हो या पूर्णिया, रेशमा खान से लेकर आफताब खान तक लड़कियों को बना रहे ‘धंधे वाली’

कहीं हिंदू बन प्यार का झाँसा, कहीं नौकरी के नाम पर फँसाना
दीपक तिवारी
गोरखपुर हो या पूर्णिया, रेशमा खान से लेकर आफताब खान तक लड़कियों को बना रहे ‘धंधे वाली’

पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और बिहार के पूर्णिया से सेक्स रैकेट का खुलासा हुआ था। एक को ऑपरेट कर रही थी 22 साल की रेशमा खान और दूसरे को ऑपरेट कर रहा था आफताब खान। ये लोग लड़कियों को फँसाकर उन्हें सेक्स के धंधे में धकलते थे और ऐसा न करने पर उन्हें ब्लैकमेल किया जाता था। रेशमा खान ने अपना धंधा गोरखपुर और आसपास के इलाकों में फैला रखा था। वह लड़कियों की मजबूरी का फायदा उठाकर उन्हें धंधे में धकेलती थी और उससे पैसा कमाती थी। उसने करीबन 300 लड़कियों को सेक्स रैकेट में फँसाकर इतने रुपए कमाए थे कि मात्र 22 साल की उम्र में उसे लग्जरी जीवन जीने की आदत पड़ गई थी।

वहीं आफताब खान की बात करें तो लग्जरी जीवन आफताब भी जीता था लेकिन लड़कियों को धोखे में रखने के लिए। उसने थार खरीद रखी थी और उस पर ‘जय बजरंगबली’ लिखवा रखा था। वो लड़कियों को अपना नाम अंकित तिवारी नाम बताकर प्रेम जाल में फँसाता था। वहीं आफताब के दोस्त शाकिब ने अपना नाम राजीव साह रखा हुआ था। यह लोग लड़कियों से वेश्यावृत्ति करवाने के लिए एक रात के 10 हजार रुपए तक लेते थे। इसके अलावा ये लोग लड़कियों को दूसरे राज्य में बेचने का काम भी करते थे।

पूर्णिया में चल रहे सेक्स रैकेट का खुलासा 29 जनवरी को हुआ था। इस दौरान 11 नाबालिगों को रेस्क्यू किया गया था जबकि पुलिस छापेमारी में 32 लोग पकड़े गए थे। वहीं गोरखपुर की रेशमा खान के बारे में खुलासा अभी हाल में हुआ है। हालिया रिपोर्ट्स में सामने आया कि वो अनिरुद्ध ओझा नाम के व्यक्ति से जुड़ी थी जिसका खुद का काम भी लड़कियों को बहला-फुसलाकर ब्लैकमेल करके उनका रेप करना था। रेशमा खान इन्हीं के साथ थी और दूसरी लड़कियों को हुक्का बार लाकर उन्हें सेक्स धंधे में धकेलती थी। उसका काम था कि वो हुक्का बार में आने वाली लड़कियों पर नजर रखती थी और बाद में उनकी लाचारी का फायदा उठाकर उनसे रेप करती थी। पुलिस की पड़ताल से पता चलता है कि उसने 300 के करीब लड़कियों को सेक्स धंधे में धकेल दिया था। वह हुक्का बार में आने वाली लड़कियों को निशाना बनाती थी और समझाती थी कि अगर वह अपने साथ और लड़कियों को जोड़ेगी तो उन्हें कमीशन मिलेगा। अगर वह उनका सहयोग नहीं करेंगी तो उनकी तस्वीरें उनके परिवार वालों को भेज दी जाएँगी। रेशमा इंटरव्यू के बहाने भी लड़कियों को होटल में बुलाती थी। इसके बाद वह उनका रेप कराती थी और तस्वीरें लेकर उनसे जबरन वेश्यावृत्ति करवाती थी। आपको जानकर हैरानी होगी कि 10वीं फेल रेशमा के कनेक्शन देवरिया, कुशीनगर, महाराजगंज, मऊ, बलिया, आजमगढ़, बस्ती, सिद्धार्थनगर ही नहीं बल्कि नेपाल तक में भी थे।
पुलिस ने इन दोनों केसों में कई आरोपितों को गिरफ्तार किया है।

गोरखपुर मामले में मुख्य साजिशकर्ता रेशमा खान अरेस्ट है लेकिन पूर्णिया मामले में आफताब फरार है। पुलिस उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है। रेशमा खान ने पूछताछ में बताया कि करीब 3 साल पहले वह जीनस बाटल रेस्टोरेंट के मालिक अनिरुद्ध ओझा के संपर्क में आई थी और उसके बाद वो पहले इस गिरोह का शिकार बनी, बाद में वो खुद इस गिरोह की मुख्य संचालक बन गई।

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