प्रफुल्ल तंवर
शहर काजी ,वकील, दो गवाहों और उपस्थित लोगों की मौजूदगी में तीन बार दूल्हा कहता हैं कबूल हैं कबूल हैं कबूल हैं ।सागौर ,पीथमपुर :: सागौर नगर के दरगाह मैदान में रविवार को ग़ैब शाह वली इज्तेमाही सामूहिक विवाह कमेटी द्वारा इज्तेमाही (सामूहिक) विवाह सम्मेलन का आयोजन हुआ इसमें बाद नमाज फज्र यानि सुबह 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक सभी 18 जोड़े यानी दूल्हा दुल्हनों के निकाह शहर काजी मुफ्ती नजमुद्दीन शेख , जामा मस्जिद के पेश इमाम मेराज आलम ,आयशा मस्जिद के पेश इमाम इमरान अली कादरी ,शौकत अली ,मदीना मस्जिद के नायब इमाम अकबर अली , दारुल उलूम रजा ए मुस्तफा के कारी शमसुल हक , हाफिज फारुक खान सहित अनेक उलेमाओं के द्वारा निकाह पढ़ाए गए इस अवसर पर दुल्हन पक्ष का एक व्यक्ति को वकील और दुल्हा दुल्हन पक्ष से एक एक व्यक्ति को गवाह बनाकर शहर काजी निकाह फार्म लेकर तीनों लोग दुल्हन के पास जाते हैं जिसमें वकील बने व्यक्ति द्वारा गवाहों के सामने दुल्हन से पूछते हैं कि क्या मैं वकील बने व्यक्ति अपना नाम बताते हुवे पूछता हैं कि क्या मैं (दूल्हे जिससे उसका निकाह होना हैं) दूल्हे का नाम पता बताकर निकाह करवाने की इजाजत लेते हैं और दुल्हन के द्वारा दी गई इजाजत को दोनों गवाह सुनते हैं और उनकी मौजूदगी में दुल्हन निकाह फार्म पर अपने हस्ताक्षर करती हैं तब वकील और गवाह पुनः शहर काजी के पास आते हैं और निकाह फार्म में भरी जानकारी अनुसार संबंधित दूल्हे से दुल्हन का निकाह करवाने की बात गवाह और वकील सुनते हैं और सबके सामने तीन बार निकाह कबूल करते हुवे दुल्हन को अपने निकाह में ले लेते हैं ।इसके बाद निकाह की सुन्नत पूरी हो जाती हैं फिर कुतबा सुनाकर दूल्हे को कलमे पढ़ाकर सफल वैवाहिक जीवन के लिए दुआ के साथ निकाह की सुन्नत अदा हो जाती हैं ।दूल्हा दुल्हनों को निकाह के पूर्व सेहरा बांधा जाता हैं जो निकाह होने के बाद खोला जाता हैं ।इस अवसर पर दुल्हनों को कन्यादान के रूप में आवश्यक घरेलू सामग्री के अलावा कुरान शरीफ और जानमाज देकर उन्हें इस्लामिक जिंदगी गुजारने की दुआएं दी जाती हैं ।सामूहिक विवाह कमेटी के सदर सत्तार भालदार,इमरान एकता,इफ्तेखार खान,इमरान खान,एजाज खान ,सलामुद्दीन पटेल,शहीद भालदार,तय्यब खान ,रफीक खान ,फैयाज खान ,सलीम खान ,गुलमोहम्मद सर ,रशीद शाह , भूरू खान ,जब्बार खान सहित कमेटी के लोगों ने दूरदराज से आए दूल्हा दुल्हन के मेहमानों और विवाह समारोह में सहयोग देने वाले लोगों को साफा बांधकर स्वागत और सम्मान किया ।इस सामूहिक विवाह समारोह के पिछले साल हुवे प्रोग्राम में की गई घोषणा अनुसार मुस्ताक पटेल द्वारा सभी 18 दुल्हनों की विवाह राशि देने और आने वाले 2026 में जितने भी दूल्हे विवाह समारोह में शामिल होंगे उन सबकी राशि गुड्डू भाई खेड़ी सिहोद वालों द्वारा जमा किए जाने की घोषणा करने पर कमेटी के लोगों ने उनका भी सम्मान किया ।गौरतलब हैं कि रविवार को आयोजित सफल विवाह समारोह के आयोजन से खुश होकर कई लोगों ने बढ़चढकर आर्थिक रूप से मदद करने की घोषणा की गई। इस पर विवाह कमेटी के सदर सत्तार भालदार,इमरान एकता ,शहीद खान आदि सदस्यों ने घोषणा की कि आगामी वर्ष 2026 में होने वाला ग़ैब शाह वली इज्तेमाही विवाह समारोह में शामिल होने वाले सभी जोड़ो का विवाह पूरी तरह निशुल्क रहेगा ।गौरतलब हैं कि सागौर क्षेत्र में सामूहिक विवाह के कारण दूरदराज के कई गरीब और बेसहारा युवक युवतियों सहित अनेक सक्षम लोगों द्वारा भी इस समारोह में भाग लेकर फिजूल खर्ची रोकने के उद्देश्य से अपने बच्चों के विवाह आयोजन किए जाते हैं सागौर में इस तरह के दो आयोजन हर साल होते हैं अगला आयोजन रज़ा ए मुस्तफा इज्तेमाही सामूहिक विवाह सम्मेलन 10 अप्रैल को सागौर के इसी दरगाह मैदान पर आयोजित होगा ।रविवार को आयोजित इस समारोह में पुलिस और प्रशासन की माकूल व्यवस्था रही । इस दौरान सागौर थाना प्रभारी प्रशांत पाल और हेड कांस्टेबल प्रदीप यादव का भी गुलपोशी कर स्वागत कर आभार व्यक्त किया ।फ़ोटो:;निकाह के लिए पांडाल में मौजूद दूल्हे राजाओं के निकाह की रस्म अदा करवाते शहर काजी और अन्य उलेमा हजरात विवाह समारोह में व्यवस्था के लिए मौजूद पुलिस अधिकारी थाना प्रभारी प्रशांत पाल का स्वागत करते हुए