जिला बैतूल
नागदेव मंदिर में गो कथा का हुआ समापन, भक्तों ने गौ रक्षा करने का लिया संकल्प
लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाने का भी निर्णय लिया
रिपोर्टर✍️ अविनाश तायवाड़े
मुलताई। नगर के नेहरू वार्ड नागदेव मंदिर परिसर में सोमवार रात गो कथा का आयोजन हुआ। राजस्थान से आए गोभक्त संत धीरज गोपाल शास्त्री ने हल्दीघाटी से चली अपनी 31 साल पुरानी पदयात्रा के दौरान यह कथा सुनाई। अब तक वह करीब डेढ़ लाख किलोमीटर पैदल चल चुके हैं। गो कथा की शुरुआत बजरंग दल ने हनुमान चालीसा पाठ से की। शास्त्री ने गोमाता के गोबर, गोमूत्र और दूध के लाभ बताए। कहा कि गोमाता का दूध अमृत समान है। उन्होंने गोमाता के आध्यात्मिक प्रभाव पर भी प्रकाश डाला। कथा के दौरान मातृशक्ति ने कलश और लोटे में जल लाकर वास्तुदोष निवारण मंत्रों से सिद्ध कराया। बताया गया कि इस जल को घर, दुकान, ऑफिस या फैक्ट्री में छिड़कने से नकारात्मक प्रभाव समाप्त होता है। कार्यक्रम में विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल के कार्यकर्ता, नागदेव मंदिर समिति, सेवा समिति और
शिवभक्त महिला मंडल के सदस्य उपस्थित रहे। कथा के समापन पर सभी ने गो रक्षा का संकल्प लिया। गो की रक्षा करने के साथ लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाने का भी निर्णय लिया।