बड़गांव मे मां शारदा कमेटी की ओर से विशाल भंडारे का निश दिन आयोजन
ब्यूरो रिपोर्टर सतेंद्र जैन
बड़गांव मां शारदा कमेटी ने उठाया पहला कदम यह कमेटी चर्च का विषय बनी हुई है पूरे मध्य प्रदेश में निसिदिन प्रसाद के रूप में भंडारा का आयोजन किया जा रहा बाहर से आए हुए यात्रियों के लिए एवं वहां पर उपस्थित माता रानी के सभी भक्तों के लिए माता रानी के असीम कृपा से हम लोगों के लिए प्रसाद स्वरूप कार्य करने की हिम्मत बा सतबुद्धि मां शारदा की कृपा से प्राप्त हुई है सभी भक्तगण की सेवा करने का हम ग्राम वासी को सौभाग्य प्राप्त हुआ माता रानी की कृपा से ग्राम वासी के अलावा अपनी श्रद्धा अनुसार सभी लोग विशाल भंडारे में सभी लोग योगदान दे रहे नायब तहसीलदार श्री खगेश भलावी सचिव अरविंद पटेल डॉ मुकेश पटेल नेवी माता रानी की कृपा से अपनी श्रद्धा अनुसार भंडारे में अपना योगदान देने की श्रद्धा दिखाई है हम सभी ग्राम वासी एवं कमेटी के सभी सदस्य मां शारदा से यही कामना करते हैं इस वर्ष की तरह हर वर्ष माता रानी के भक्तों की सेवा करने का यह सुखमय आनंद कृपा प्राप्त हो माता रानी पांचमें दिन नायब तहसीलदार श्री खगेश भलावी
डॉ मुकेश पटेल बड़ागांव ग्राम पंचायत सचिव श्री अरविंद पटेल उपस्थित होकर मां शारदा के आशीर्वाद से माता रानी के भक्तों को प्रसाद वितरण करेंगे इनके उज्जवल भविष्य की हमारे सभी समिति सभी सदस्य एवं पदाधिकारी ने माता रानी से अति सुखमय जीवन की कमना की
नवरात्रि का पांचवां दिन माँ स्कंदमाता को समर्पित है, जो भगवान कार्तिकेय की माता हैं. इस दिन उनकी पूजा की जाती है और उन्हें ज्ञान, बुद्धि, संतान सुख और खुशहाल जीवन का आशीर्वाद देने वाली माता के रूप में पूजा जाता है. स्कंदमाता को सफेद रंग अत्यंत प्रिय है और भक्त उन्हें सफेद रंग के वस्त्र, फूल, तथा केले और खीर का भोग लगाते हैं. स्नान और वस्त्र: सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ-सुथरे वस्त्र पहनें.
आसन: कुश या कंबल के आसन पर बैठकर पूजा करें.
प्रतिमा की स्थापना: मां की प्रतिमा को गंगाजल से स्नान कराएं.
श्रृंगार: मां को रोली, कुमकुम, और पुष्प अर्पित करें.
भोग: स्कंदमाता को सफेद रंग के वस्त्र, सफेद फूल, केला और दूध-चावल की खीर का भोग लगाएं.
मंत्र जप और आरती: देवी स्कंदमाता के मंत्रों का जाप करें और मां की आरती करें.
फल: भक्त माता रानी को खुशहाल जीवन, समृद्धि और संतान प्राप्ति के लिए स्कंदमाता की पूजा करते हैं.
स्कंदमाता का स्वरूप
मां स्कंदमाता कमल के आसन पर विराजमान हैं, इसलिए उन्हें पद्मासना देवी भी कहते हैं.
उनकी गोद में भगवान स्कंद कुमार (कार्तिकेय) बैठे हुए हैं.
उनका वाहन सिंह है.


