- मऊगंज पुलिस ने सुलझाई अंधे कत्ल की गुत्थी. पेन चोरी को लेकर स्कूली दोस्त ने की थी नाबालिग की हत्या. जलप्रपात में फेंका था शव.
मऊगंज: मऊगंज जिले में हुई नाबालिग की हत्या की सनसनी खेज वारदात का एसपी दिलीप सोनी ने खुलासा किया है. वारदात में शामिल नाबालिग समेत 3 युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. बताया गया की बीते 9 अप्रैल से लापता नाबालिग का शव कंकाल के रूप में 9 मई को बहुती जल प्रपात से बरामद हुआ था. पुलिस की टीम ने मृतक के कपड़ों से उसकी शिनाख्त की थी. इसके बाद शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया था. एक माह से वारदात की जांच में जुटी पुलिस को अहम सुराग हाथ लगे थे जिसके बाद पुलिस वारदात में शामिल नाबालिग के कातिल दोस्त और उसके अन्य
दोस्त पर लगा पेन चोरी का आरोप, 2 साल बाद बदला
खूनी वारदात की यह घटना मऊगंज जिले के पथरहा गांव की है. यहां पर रहने वाला नाबालिग और उसका दोस्त शमशाद मोहम्मद एक ही गांव के निवासी थे और पास के ही ढेरा गांव में स्थित हायर सेकेंडरी स्कूल में एक साथ कक्षा 9 वीं में पढ़ते थे. वर्ष 2023 के दरमियान एक दिन क्लास से नाबालिग का पेन चोरी हो गया जिसके बाद उसने दोस्त शमशाद मोहम्मद पर पेन चोरी का आरोप लगाया था. जिसके चलते दोनों के बीच विवाद भी हुआ था.
अपमान का बदला लेने दोस्त ने रची कत्ल की साजिश
घटना के बाद किसी तरह मामला शांत हो गया था. मगर शमशाद मोहम्मद ने उसी वक्त खुद के अपमान का बदला लेने की ठान ली और फिर नाबालिग को सबक सिखाने के लिए योजना बनानी शुरू कर दी. कुछ समय बीता इसके बाद शमशाद मोहम्मद और नाबालिग के बीच की दुश्मनी एक बार फिर गहरी दोस्ती में बदल गई. पेन चोरी का आरोप और दोनों के बीच हुए विवाद की घटना को दो वर्ष बीत गए.
2 साल बाद नाबालिग दोस्त की हत्या
इसी वर्ष बीते 9 अप्रैल को घर से निकला 16 वर्षीय नाबालिग अचानक लापता हो गया. परिजन ने उसकी काफी खोजबीन की लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला. बेटे की तलाश में परेशान परिजन थाने पहुंचे जिसके बाद पुलिस ने परिजन की फरियाद सुनकर उसकी खोजबीन शुरू कर दी. एक महीने तक की गई नाबालिग की खोजबीन की बाद भी उसका कोई सुराग पुलिस के हाथ में नहीं लग पाया. नाबालिग के लापता होने के ठीक एक माह बाद 9 मई को बहुती जल प्रपात में किसी युवक का शव कंकाल के रूप में पड़े होने की सूचना स्थानीय लोगों के द्वारा पुलिस को दी गई.
1 महीने बाद बहुती जल प्रपात से कंकाल बरामद
सूचना मिलते ही तत्काल पुलिस की टीम बहुती जल प्रपात पहुंची और युवक के शव को बरामद किया. मौके पर लापता हुए नाबालिग के परिजन को बुलाया गया जिसके बाद उसके कपड़ों से उसकी पहचान हुई. पुलिस ने आगे की कार्रवाई करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया. घटना की तफ्तीश में जुटी पुलिस की टीम को कुछ साक्ष्य मिले थे जिसमें उन्हें आशंका थी की हत्या करके उसके शव को जल प्रपात से नीचे फेंका गया है.
मऊगंज पुलिस ने किया अंधे कत्ल के राज का पर्दाफाश
पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाते हुए गांव के लोगों से बातचीत शुरू की तो चौंका देने वाला खुलासा हो गया. जानकारी मिली की जिस दिन नाबालिग अचानक गायब हुआ था उस दिन वह अपने कुछ दोस्तों के साथ गांव में देखा गया था. पुलिस दोस्तों की पहचान करते हुए सुशील के दोस्त शमशाद मोहम्मद और उसके अन्य साथियों को गिरफ्तार करके थाने लाई और पूछताछ शुरू की तो अंधे कत्ल के राज का पर्दाफाश हो गया. पुलिस के मुताबिक, शमशाद मोहम्मद ने अपने अन्य साथी मौसम कोल, योगेश रावत व एक अन्य बाल आपचारी के साथ मिलकर वरदात को अंजाम दिया था.
खूनी वारदात का मऊगंज एस पी दिलीप सोनी ने किया खुलासा
मऊगंज एसपी दिलीप कुमार सोनी ने बताया कि, “वर्ष 2023 में नाबालिग और शमशाद मोहम्मद हायर सेकेंडरी स्कूल ढेरा में कक्षा 9वीं में पढ़ते थे. इसी बीच नाबालिग का एक पेन चोरी हुआ था. सुशील ने शमशाद मोहम्मद पर पेन चोरी करने का आरोप लगाया था जिसके चलते दोनों के बीच विवाद भी हुआ था. तभी से शमशाद मोहम्मद ने बदला लेने की ठान ली. 2 वर्ष बीत जाने के बाद उसने अपने अन्य 3 साथियों के साथ मिलकर 9 अप्रैल के दिन शमशाद मोहम्मद को अपने साथ बहुती जलप्रपात ले गया और वहां पर उसकी हत्या करके शव को प्रताप से नीचे फेंक दिया था.