( संवाददाता आशीष जवखेड़कर )
प्राथमिक उपचार के बाद 12 विद्यार्थियों की स्थिति सामान्य होने पर दवाइयां देकर लौटाया, वहीं 8 विद्यार्थियों को वायरल फीवर होने के चलते भर्ती किया गया। इस मामले में मंगलवार शाम को सीएमएचओ डा. माधव प्रसाद हंसानी भी मध्यभारत अस्पताल पहुंचे और उन्होंने बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी ली।

महू। महू तहसील के महूगांव नगर परिषद अंतर्गत अनुसूचित जनजाति छात्रावास के 20 छात्र सोमवार रात पेट दर्द और बुखार से पीड़ित हो गए। सभी मंगलवार सुबह शासकीय अस्पताल मध्यभारत में पहुंचे। इस दौरान छात्रों को दो घंटे से अधिक समय तक उपचार नहीं किया गया। दर्द से कराह रहे छात्र अस्पताल के बाहर व अन्य जगह पर बैठे व लेटे हुए नजर आए।

इसका वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर बहुप्रसारित हुआ। इसके बाद अभाविप के हस्तक्षेप के बाद सभी का उपचार शुरू हुआ। चिकित्सकों ने 12 विद्यार्थियों को जांच कर दवा देकर लौटा दिया। आठ छात्र अस्पताल में भर्ती हैं।
पेट दर्द से कराहते रहे बच्चे
छात्रावास में रहने वाले विद्यार्थियों ने बताया कि सोमवार शाम खाना खाने के बाद सभी सोने चले गए। रात करीब 11 बजे पेट दर्द के साथ तेज बुखार हुआ। सभी ने रात में दवा ले ली, जिससे उन्हें आराम मिल गया। मंगलवार सुबह फिर से छात्रों को बुखार और पेट दर्द की शिकायत हुई। इसके बाद सभी को मध्य भारत अस्पताल लेकर पहुंचे। अस्पताल में ओपीडी पर्ची लेने के बाद भी उपचार शुरू नहीं हुआ। कुछ विद्यार्थी अस्पताल के बाहर दो पहिया गाड़ियों पर लेटे हुए थे। कुछ फुटपाथ पर पेट दर्द से कराहते हुए लेटे थे।
इसकी जानकारी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को मिली और उन्होंने अस्पताल प्रभारी डॉ. एचआर वर्मा को सूचना दी। इसके बाद सभी को अस्पताल में लेकर गए और उपचार शुरू हुआ। चिकित्सकों ने जांच कर 12 छात्रों को दवाई देकर लौटा दिया। 8 को अस्पताल में भर्ती किया गया।
एसडीएम व सीएमएचओ ने किया निरीक्षण
इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने भी इस मामले का संज्ञान लिया। इसके बाद एसडीएम राकेश परमार मध्य भारत अस्पताल पहुंचे और छात्रों से बात की। साथ ही उनके उपचार की व्यवस्थाएं देखीं। इस मामले में अस्पताल प्रभारी डॉ. एचआर वर्मा ने बताया कि मंगलवार को छात्रावास में रहने वाले 20 विद्यार्थी अस्पताल में आए थे। उन्हें पेट दर्द और बुखार सहित अन्य शिकायत थी।
प्राथमिक उपचार के बाद 12 विद्यार्थियों की स्थिति सामान्य होने पर दवाइयां देकर लौटाया, वहीं 8 विद्यार्थियों को वायरल फीवर होने के चलते भर्ती किया गया। इस मामले में मंगलवार शाम को सीएमएचओ डा. माधव प्रसाद हंसानी भी मध्यभारत अस्पताल पहुंचे और उन्होंने बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी ली।
भोजन-पानी में गड़बड़ी की आशंका
अचानक 20 विद्यार्थियों की तबीयत बिगड़ने से छात्रावास में मिल रहे भोजन-पानी में गड़बड़ी की आशंका जताई गई है। विद्यार्थी गणे, आदर्श, आशीष, आयुष, नितिन, अनिल, रोहित और चंदन को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
संभाग युक्त ने सुविधाएं सुनिश्चित करने के दिए थे आदेश
गौरतलब है कि पिछले दिनों ही संभागायुक्त दीपक सिंह ने संभाग के सभी अनुसूचित जाति जनजातीय और पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों के लिए संचालित आश्रमों, छात्रावास और आवासीय परिसरों की निगरानी के लिए संयुक्त दल गठित किए जाने के निर्देश दिए थे। विद्यार्थियों के लिए व्यवस्थाएं व सुविधाएं सुनिश्चित कराने के लिए संभाग स्तरीय अधिकारियों को भी जिम्मा सौंपा है।
इसके अलावा उन्होंने जिला पंचायत सीईओ, महिला अधिकारी, एडीएम, डाक्टर, एसडीएम, जनपद सीईओ व तहसीलदारों को आवश्यक रूप से संस्थाओं का समय-समय पर निरीक्षण करने के आदेश दिए हैं। सभी अधिकारी जिला मुख्यालय के एकलव्य आवासीय कन्या शिक्षा परिसर एवं जिला स्तरीय उत्कृष्ट छात्रावास व अन्य छात्रावासों का 26 जुलाई तक गहन निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।