शिवपुरी जिले के भौंती थाना क्षेत्र में गांव वालों ने एकजुटता दिखाते हुए एक अपराधी का आतंक खत्म कर दिया. बामोर गांव में झगड़ा करने पहुंचे कुख्यात बदमाश को ग्रामीणों ने पकड़कर गाय बांधने वाले खूंटे से बांध दिया और फिर पुलिस को बुला लिया. आरोपी पर पहले से कई गंभीर मामले दर्ज हैं, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
एनटीवी टाइम न्यूज शिवपुरी/ शिवपुरी जिले के भौंती थाना क्षेत्र में बामोर गांव के ग्रामीणों ने एक ऐसी मिसाल पेश की है, जो अपराधियों के लिए सीधी चेतावनी बन सकती है. इलाके में लंबे समय से आतंक फैलाने वाला कुख्यात बदमाश एसपी राजा चौहान जब बुधवार को गांव में घुसा तो लोगों ने उसे तुरंत पहचान लिया. ग्रामीणों का कहना था कि वह फिर झगड़ा करने और उत्पात मचाने आया था. देखते ही देखते गांव वाले इकट्ठा हो गए और आरोपी को घेरकर पकड़ लिया.
गांव में आकर करता था विवाद
गुस्साए ग्रामीणों ने उसे रस्सी से कसकर उसी खूंटे से बांध दिया जहां आमतौर पर गाय-भैंस को बांधा जाता है. इसके बाद पुलिस को सूचना देकर मौके पर बुलाया गया. बताया गया कि एसपी राजा चौहान मूल रूप से ग्राम बिरौली चौकी हिम्मतपुर थाना पिछोर का रहने वाला है. उसकी शादी बामोर गांव की एक महिला से हुई थी, जो उसे काफी समय पहले छोड़कर जा चुकी है. इसके बावजूद आरोपी आए दिन गांव आकर विवाद करता था और लोगों को धमकाने की कोशिश करता था.
परेशान हो गए थे ग्रामीण
ग्रामीणों के अनुसार आरोपी का गांव में आतंक इतना बढ़ चुका था कि लोग उससे परेशान हो चुके थे. उसकी हरकतों से गांव में अक्सर झगड़े की स्थिति बन जाती थी. इस बार जब वह फिर विवाद करने पहुंचा तो ग्रामीणों ने तय किया कि अब उसकी दादागिरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
पहले से कई केस दर्ज
पुलिस जांच में पता चला है कि एसपी राजा चौहान पर पहले से ही मारपीट, ठगी और फर्जी दुल्हन बनाकर शादी कराने के नाम पर पैसे ऐंठने जैसे कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. वह कई बार जेल जा चुका है और ठगी के बाद अक्सर अहमदाबाद भाग जाता था. पैसे खत्म होने पर वह फिर गांव लौट आता था.
पुलिस ने बदमाश को किया गिरफ्तार
पहुंची और आरोपी को कब्जे में लेकर पिछोर तहसील कोर्ट में पेश किया. वहां से उसे उप-जेल पिछोर भेज दिया गया. थाना प्रभारी मनोज राजपूत ने बताया कि आरोपी पर शांति भंग करने और अन्य संबंधित धाराओं में कार्रवाई की गई है. गांव वालों की इस त्वरित और साहसिक कार्रवाई से स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है. लंबे समय से पैदा कर रहा आतंक आखिरकार ग्रामीणों की एकजुटता के आगे खत्म हो गया.
