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सिंगरौली जिले के दुधमनिया स्कूल में छुआ छूत और भेदभाव को प्रधानाध्यापक एवं छात्रों ने बताया निराधार शिकायत साजिश का हिस्सा।

सिंगरौली जिले के दुधमनिया स्कूल में छुआ छूत और भेदभाव को प्रधानाध्यापक एवं छात्रों ने बताया निराधार शिकायत साजिश का हिस्सा।

खबर मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले के शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय दुधमनिया से है जहां पर विगत दिनों अभिभावकों के द्वारा आरोप लगाया गया था कि विद्यालय की प्रधानाध्यापक अर्चना सिंह के द्वारा छात्रों के साथ भेदभाव तथा मारपीट किया जाता है मीडिया ने मामले की पड़ताल की तो स्कूली छात्रों एवं टीचरों ने बताया कि मैडम जी के द्वारा कोई भी मारपीट एवं प्रताड़ित नहीं किया जाता है हम लोगों के साथ समान व्यवहार किया जाता है वहीं जब पूरे मामले को लेकर विद्यालय की हेडमास्टर से पूछा गया तो उन्होंने कहा मेरे किसी की छात्रा से भेदभाव नहीं किया जाता है कुछ मेरे परिवार के लोग साजिश कर अभिभावको से झूठा शिकायत करवाते है मेरे लिए सभी छात्र समान हैं आप चाहे तो छात्रों और विद्यालय के स्टॉप से पूछ सकते हैं।

शिकायत पारिवारिक साजिश का हिस्सा

इस पूरे मामले का निष्पक्षता के साथ अवलोकन किया जाए तो पता चलता है कि शिकायत करवाने वाले धनराज यादव के घर के बच्चों को छोड़कर सभी बच्चे भेदभाव को सीरे से खारिज कर दिया। इससे स्पष्ट होता है कि अर्चना सिंह को जातिगत भेदभाव का रंग देखकर हटवाकर शिकायतकर्ता अपने चहते को हेड मास्टर की कुर्सी पर बिठाना चाहता है।

आरोप गंभीर होने के कारण बारीकी से किया अवलोकन

टीचर पर छुआछूत और जातिगत भेदभाव का गंभीर आरोप होने के कारण मीडिया टीम ने मामले को गंभीरता के लिया और मामले का तथ्यों की गहराई के परीक्षण किया इतना ही नहीं जब स्कूली बच्चों का बयान लिया जा रहा था तो विद्यालय की स्टाफ और शिकायतकर्ता को भी वहां से दूर रखा गया ताकि बच्चों को प्रभावित ना किया जा सके। छोटे-छोटे बच्चों से की गई पूछताछ जहां पर बच्चों ने साफ बताया कि हम लोगों से कोई भी मारपीट और छुआछूत नहीं होता है बच्चियों ने भी बताया कि हम लोगों के साथ ऐसा तो कभी व्यवहार नहीं किया गया है।

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