
बाल दिवस पर विविध कार्यक्रमों के साथ मनाई गई चाचा नेहरू की जयंती
पंडित दीनदयाल उपाध्याय सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, सीबीएसई बोर्ड, लखीमपुर खीरी
आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज सीबीएसई बोर्ड लखीमपुर खीरी में भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू जी का जन्मदिन बाल दिवस के रूप में अत्यंत धूमधाम, हर्षोल्लास और देशभक्ति की भावना के साथ मनाया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री अरविंद सिंह चौहान व उपप्रधानाचार्य संजय द्विवेदी द्वारा मां सरस्वती, भारत माता एवं चाचा नेहरू के चित्र पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया।
खेलकूद एवं सांस्कृतिक गतिविधियों से सजी विद्यालय की प्रांगण
इस अवसर पर विद्यालय में बाल दिवस के उपलक्ष्य में विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताओं—वॉलीबॉल, हैंडबॉल, कबड्डी, फुटबॉल और खो-खो—का आयोजन किया गया। छात्रों ने अत्यंत उत्साह के साथ प्रतिभाग किया और खेल मैदान उत्साह व जोश से गूंज उठा।
प्राथमिक वर्ग के बच्चों के लिए प्रेरणादायक मोटिवेशनल फिल्म का प्रदर्शन किया गया, साथ ही म्यूजिकल चेयर जैसे मनोरंजक खेलों ने छोटे बच्चों के चेहरे खुशी से खिला दिए।
प्राइमरी वर्ग के छात्र-छात्राओं में बहन ख्याति सिंह व युवराज जायसवाल ने प्रभावशाली भाषण प्रस्तुत किए, जबकि बहन रक्षा सिंह ने मधुर गीत से सभी का मन मोह लिया।
आचार्य हर्ष शुक्ला के विचार :
कार्यक्रम में आचार्य हर्ष शुक्ला ने पंडित जवाहरलाल नेहरू के जीवन पर विस्तृत एवं प्रेरणादायक भाषण दिया। उन्होंने कहा कि नेहरू जी न केवल भारत के प्रथम प्रधानमंत्री थे, बल्कि वे बच्चों के प्रति असीम प्रेम रखने वाले संवेदनशील नेता भी थे, जिन्हें बच्चे स्नेहपूर्वक ‘चाचा नेहरू’ कहकर पुकारते थे।
उन्होंने बताया कि —
“बच्चे देश का भविष्य ही नहीं, बल्कि वर्तमान का आधार भी हैं। बच्चों में सृजनात्मकता, संवेदनशीलता और वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देना ही राष्ट्र निर्माण की वास्तविक दिशा है।”
विजेताओं को किया गया पुरस्कृत
दिनभर चली प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान के अनुसार सम्मानित किया गया। विजेताओं को पुरस्कार देकर उनके मनोबल को बढ़ाया गया।
प्रधानाचार्य अरविंद सिंह चौहान का आशीर्वचन : ‘बच्चे राष्ट्र की सबसे बड़ी पूँजी’
कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्य श्री अरविंद सिंह चौहान ने अपने आशीर्वचन में कहा—
“बाल दिवस हमें यह याद दिलाता है कि बच्चों का भविष्य सुरक्षित और उज्ज्वल बनाने की जिम्मेदारी हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। नेहरू जी का सम्पूर्ण जीवन बच्चों के कल्याण, शिक्षा और विकास को समर्पित रहा। हमें भी उनके बताए पथ पर चलते हुए बच्चों में संस्कार, चरित्र, अनुशासन और नैतिक मूल्यों की भावना विकसित करनी चाहिए।”
उन्होंने बच्चों को मेहनत, ईमानदारी, सकारात्मक सोच और अपने लक्ष्य की ओर निरंतर आगे बढ़ने का संदेश दिया। प्रधानाचार्य जी ने शिक्षकों, अभिभावकों और छात्रों को कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए धन्यवाद भी दिया।
संचालन
कार्यक्रम का संचालन कक्षा 11 के छात्र भैया देवेश तिवारी ने कुशलता और आत्मविश्वास के साथ किया।


