( संवाददाता प्रफुल्ल तंवर )
Indore Human Trafficking: एमपी में मानव तस्करी के बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश, दो महीने के बच्चे का सौदा करने जा रही महिला गैंग गिरफ्तार
पुलिस ने इंदौर में मानव तस्करी (Human Trafficking) के बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया। दो माह के बच्चे को बेचने की कोशिश कर रहे एक संगठित महिला गैंग के सदस्यों को पकड़ा है। आरोपियों में छह महिलाएं और पांच पुरुष शामिल हैं। इनमें से नौ की गिरफ्तारी हो चुकी है, एक से पूछताछ चल रही है। पुलिस ने आरोपियों के पास से बच्चा सुरक्षित बरामद कर लिया है।
इंदौर के रावजी बाजार थाना प्रभारी उमेश यादव ने बताया कि फरियादी द्वारा सूचना दी गई थी कि एक महिला गैंग दो माह के बच्चे को बेचने की फिराक में है। जब फरियादी ने इनसे संपर्क किया तो पैसों के बदले बच्चे की सौदेबाजी की पुष्टि हुई। इसके बाद मुखबिर तंत्र सक्रिय हुआ और पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए दो महिलाओं प्रमिला साहू व वंदना सक्सेना को हिरासत में लिया।
पुराना रिकॉर्ड मिला
जांच में पता चला कि पूजा और नीलम के खिलाफ हीरा नगर थाना में बच्चे की चोरी का केस दर्ज है। वहीं, प्रिया राठी और विजय के खिलाफ नामली (रतलाम) व झालावाड़ में शादी का झांसा देकर धोखाधड़ी के केस दर्ज हैं।
पुलिस को आशंका है कि आरोपी गैंग का नेटवर्क बड़ा है। एडिशनल डीसीपी दीशेष अग्रवाल ने बताया कि केस में अब तक 11 आरोपी सामने आए हैं। इनमें से 9 की गिरफ्तारी हो चुकी है। पूछताछ में अन्य गैंग से जुड़े कनेक्शन भी सामने आ रहे हैं। पुलिस आरोपियों का मोबाइल डेटा खंगाल रही है और जेल रिमांड लेकर विस्तृत पूछताछ की तैयारी में है। संभावना है कि पूछताछ में अन्य खुलासे भी होंगे। रावजी बाजार थाने में मानव तस्करी सहित अन्य संगीन धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
ये हैं आरोपी…
प्रमिला पति अविनाश साहू (नर्सिंग सेंटर संचालक-गिरफ्तार)
वंदना पति राजू मकवाना (नर्सिंग सेंटर में सहयोगी-गिरफ्तार)
पूजा वर्मा (हाउसकीपिंग वर्कर-गिरफ्तार)
नीलम वर्मा (आइवीएफ सेंटर कर्मचारी- गिरफ्तार)
नीतू शुक्ला (मैरिज ब्यूरो संचालक- गिरफ्तार)
रानू उर्फ पूजा नागदा (सहयोगी-गिरफ्तार)
संतोष शर्मा (सहयोगी-गिरफ्तार)
वीरेश जाटव (सहयोगी-गिरफ्तार)
सोनू बेन (बच्चे की मां- हिरासत में पूछताछ)
प्रिया (राठी) माहेश्वरी (धोखाधड़ी की आरोपी, मैरिज ब्यूरो ऑपरेटर – फरार)


जांच में सामने आया कि प्रमिला और वंदना एक नर्सिंग सेंटर चलाती हैं। पूछताछ में पूजा वर्मा का नाम सामने आया, जो हाउसकीपिंग का काम करती है। पूजा ने यह जानकारी नीलम वर्मा को दी, जो एक आइवीएफ सेंटर में कार्यरत है। नीलम ने इस मामले को आगे बढ़ाते हुए संतोष शर्मा से संपर्क किया, जिसने ‘बच्चे की डिमांड’ की बात आगे बढ़ाई।
मैरिज ब्यूरो के बहाने पुराना रैकेट
जांच में नीतू शुक्ला का नाम सामने आया, जो मैरिज ब्यूरो का संचालन करती है। उसने प्रिया माहेश्वरी नामक महिला से संपर्क किया, जो इसी तरह का ब्यूरो चलाती है। उसके खिलाफ पहले भी शादी का झांसा देकर धोखाधड़ी करने का केस दर्ज है। आरोपी महिलाएं शादी के नाम पर ठगी करती हैं।
गुजरात की महिला, खुद का बच्चा बेच रही थी
गैंग ने गुजरात की सोनू बेन से संपर्क किया। वह अपना बच्चा बेचने को तैयार थी। पूछताछ में पता चला कि, सोनू दो शादी होने के बाद भी पति के साथ नहीं रहती। बच्चे के पालन-पोषण में असमर्थ होने से वह उसे बेच रही थी। उसे 3 लाख रुपए में खरीदने की बात हुई, लेकिन खरीदार को यह सौदा 10 लाख में बताया गया।