लोकेश शर्मा
भोपाल में दो दिनों तक ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन हुआ, लेकिन सिंधिया की गैर मौजूदगी पर अब चर्चा हो रही है….।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट ने मध्य प्रदेश के विकास के साथ ही सीएम डॉ. मोहन यादव के सियासी कॅरियर को भी नई रफ्तार दी। मेगा इवेंट के जरिए सीएम अपनी विजनरी छवि बनाने में कामयाब रहे। समिट का शुभारंभ पीएम नरेंद्र मोदी और समापन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से करवाकर सियासी गलियारे में कई संदेश दिए। आयोजन में 10 केंद्रीय मंत्रियों ने शिरकत की, पर ज्योतिरादित्य सिंधिया की गैर-मौजूदगी चर्चा का विषय बनी हुई है।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान समिट के दूसरे दिन 25 फरवरी को शामिल हुए। उन्होंने बताया था कि बिहार में कार्यक्रम की व्यस्तता से पीएम की पाठशाला और शुभारंभ में नहीं आ सका था।
ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा की बैठक में शामिल होने के लिए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से एक दिन पहले 23 फरवरी को भोपाल में थे, इसी आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल थे। लेकिन, मोदी के भाषण के बाद सिंधिया दिल्ली चले गए। वहीं दूसरे दिन ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का उद्घाटन पीएम मोदी करने वाले थे। इसी समिट में 10 केंद्रीय मंत्री भी अपने-अपने सेशन में शामिल हुए। लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया के शामिल नहीं होने को लेकर अब कई कयास लगाए जा रहे हैं, वो भी तब जब समिट शुरू होने से एक दिन पहले 23 को भोपाल में कुशाभाऊ ठाकरे सभागार के संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए थे।
सत्ता-संगठन का संतुलन
Global Investors Summit: ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के शुभारंभ कार्यक्रम में अगली कतार के केंद्र में पीएम मोदी, राज्यपाल मंगुभाई पटेल और सीएम डॉ. मोहन यादव बैठे। दोनों डिप्टी सीएम के साथ ही वरिष्ठ मंत्रियों को जगह दी गई। संगठन से राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह के साथ महामंत्री हितानंद शर्मा को बैठाया गया।
विजयपुर उपचुनाव में मंत्री रामनिवास रावत की हार पर सिंधिया ने कहा था कि उन्हें प्रचार के लिए ही नहीं बुलाया गया। बुलाया जाता तो जरूर आता। प्रदेश भाजपा महामंत्री भगवानदास सबनानी ने कहा था कि उन्हें कई बार आमंत्रित किया गया, लेकिन वो प्रचार करने नहीं आए।
बैठक के मायने
तीन चार दिन से लगातार दिग्गज नेताओं के दौरे की वजह से मध्यप्रदेश सियासी केंद्र में है। चाहे 23 फरवरी को पीएम मोदी का सांसद-विधायकों और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं से संवाद हो या 25 को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की प्रदेश के पांच नेताओं के साथ अलग से मुलाकात। दरअसल, पीएम मोदी के संवाद और शाह की मुलाकात को प्रदेश के सियासी फीडबैक के रूप में देखा जा रहा है। पिछले कुछ समय से पार्टी नेताओं के बीच अनबन की खबरें लगातार शीर्ष नेतृत्व तक पहुंच रही थीं।
यहां रहे सिंधिया
23 फरवरी: तय शेड्यूल के अनुसार ज्योतिरादित्य सिंधिया भोपाल में पीएम नरेंद्र मोदी के संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए।
24 फरवरी: दिल्ली में दूरसंचार विभाग से संबंधित बैठक में शामिल हुए। रात में गुवाहाटी पहुंचे।
25 फरवरी: गुवाहाटी में दिनभर आयोजित कार्यक्रमों में पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री के रूप में शामिल हुए।
समिट: भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट 24 और 25 फरवरी को आयोजित हुई।