- एमपी में एक के बाद एक फर्जी डॉक्टरों की कहानी सामने निकल कर आ रही है. दमोह के बाद अब जबलपुर में दो फर्जी डॉक्टर पकड़े गए है.
जबलपुर शहर में झोलाछाप डॉक्टरों के गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने ओमती क्षेत्र स्थित एक लॉज से दो फर्जी डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए दोनों आरोपी पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं, और लंबे समय से इलाज के नाम पर भोले-भाले लोगों से ठगी कर रहे थे. आरोपियों के नाम काजू शेख और ओली उल हसन बताए गए.
45 हजार रुपये ऐंठ लिए
जानकारी के अनुसार, गोकलपुर निवासी असलम खान ने रांझी थाना में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके बेटे की रीढ़ की हड्डी में दर्द की समस्या को ठीक करने के नाम पर दोनों आरोपियों ने उससे 45 हजार रुपये ऐंठ लिए. असलम ने बताया कि कई जगह इलाज कराने के बावजूद बेटे की तबीयत में सुधार नहीं हो रहा था. इसी दौरान कुछ लोगों ने उसे बताया कि पश्चिम बंगाल से आए दो आयुर्वेदिक डॉक्टर ओमती के कैपिटल लॉज में रुके हुए हैं और इलाज में माहिर हैं. पीड़ित पिता जब वहां पहुंचा तो आरोपियों ने बीमारी का विश्वास दिलाते हुए 45 हजार रुपये मांगे और घर आकर गारंटी दी कि जल्द ही बेटा ठीक हो जाएगा.
असलम ने पुलिस से संपर्क किया
लेकिन रुपये लेने के बावजूद बच्चे की तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ. जब असलम ने आरोपियों से पैसे वापस मांगे तो उन्होंने देने से मना कर दिया. आखिरकार असलम ने पुलिस से संपर्क किया. शिकायत के बाद पुलिस ने कैपिटल लॉज में छापा मारा और दोनों झोलाछाप डॉक्टरों को मौके से गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि वे कब से जबलपुर में सक्रिय थे और अब तक कितने लोगों से इलाज के नाम पर ठगी कर चुके हैं.
सतर्क रहने की आवश्यकता- पुलिस
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस तरह के झोलाछाप डॉक्टरों से सतर्क रहने की आवश्यकता है. यदि किसी को भी संदिग्ध डॉक्टरों के बारे में जानकारी मिलती है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें.