INDORE NEWS (लोकेश शर्मा) : इंदौर शहर में परिवहन की सुगमता को देखते हुए बीआरटीएस प्रोजेक्ट लाया गया था, लेकिन यह शुरू से विवादों में रहा। आम जनता के साथ ही जनप्रतिनिधियों में भी इसको लेकर एक राय नहीं थी। भोपाल में बीआरटीएस हटाने का फैसला होने के बाद इंदौर में भी ऐसा होना तय माना जा रहा था।
मध्य प्रदेश में भोपाल के बाद अब इंदौर में भी बीआरटीएस (इंदौर बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम) को हटाने का रास्ता साफ हो गया है। हाई कोर्ट ने गुरुवार को इसकी अनुमति दे दी। हाई कोर्ट का आदेश आने के बाद महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि सरकार खुद ही इसे हटाना चाहती थी, ताकि यातायात सुगम हो सके। अब हाई कोर्ट का आदेश भी आ गया है तो कल से ही हटाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।