KHATEGAON NEWS (लोकेश शर्मा) : मध्य प्रदेश में गुरुवार से शुरू हुई दसवीं बोर्ड परीक्षा के दौरान देवास जिले के खातेगांव से एक निजी स्कूल की बड़ी लापरवाही सामने आई है। पता चला है कि स्कूल ने फार्म भरवाए, लेकिन बोर्ड में जमा नहीं करवाए। इससे एक दर्जन बच्चों के प्रवेश पत्र नहीं आए।
देवास। जिले के खातेगांव में एक निजी स्कूल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां दसवीं के करीब एक दर्जन परीक्षार्थियों को गुरुवार से शुरू हुई परीक्षा के पहले प्रवेश पत्र नहीं मिल पाया। इसके कारण उनका हिंदी का प्रश्न पत्र छूट गया। जानकारी मिलने पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी। यहां से बात उज्जैन संभाग मुख्यालय तक पहुंची। फिर विद्यार्थियों के शेष प्रश्न पत्रों में भागीदारी सुनिश्चित करने के प्रयास शुरू किए गए। वहीं जिला शिक्षाधिकारी ने मामले में जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक स्थिति में यह पता चला है कि स्कूल प्रबंधन द्वारा विद्यार्थियों के परीक्षा फॉर्म नहीं भरवाए गए थे। वहीं पालकों द्वारा समय से फीस जमा करने की बात कही गई है।
सुबह 8 बजे बुलाया गया था प्रवेश पत्र के लिए, कोई जिम्मेदार नहीं मिला
जानकारी के अनुसार, घटना न्यू लिटिल फ्लावर स्कूल की है। यहां पालकों व विद्यार्थियों को स्कूल प्रबंधन द्वारा प्रवेश पत्र देने के लिए सुबह 8 बजे बुलाया गया था। जब लोग पहुंचे, तो कोई भी जिम्मेदार नहीं मिला। संचालक के भी अते-पते नहीं थे।
इसके बाद मामला विकासखंड शिक्षाधिकारी सिमरन सूर्यवंशी के पास पहुंचा। हालांकि प्रवेश पत्र नहीं होने से कुछ नहीं हो पाया और छात्र परीक्षा में नहीं बैठ सके। मामले को लेकर स्कूल प्रबंधन से संपर्क का प्रयास किया गया, लेकिन बात नहीं हो सकी।
आगामी प्रश्नपत्र दिलवाने के प्रयास
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि स्कूल प्रबंधन द्वारा विद्यार्थियों के परीक्षा फार्म जमा नहीं करवाए गए थे। मामले को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की है। यदि माशिमं लेट फीस में आवेदन स्वीकार करता है तो विद्यार्थियों को आगामी प्रश्नपत्र दिलवाने के प्रयास किए जाएंगे। संबंधित स्कूल की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। पालकों को पुलिस से भी शिकायत करना चाहिए। -एच.एस. भारतीय, जिला शिक्षा अधिकारी देवास