(नारायण शर्मा)
मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में रक्षाबंधन पर्व धूमधाम से मनाया गया। पर्व की शुरुआत भगवान महाकाल को राखी बांधकर की गई। शनिवार तड़के 3 बजे भस्म आरती के दौरान विशेष श्रृंगार के साथ महाकाल को मखमल, रेशमी धागे और मोतियों से बनी राखी अर्पित की गई। इस राखी में भगवान गणेश की आकृति भी स्थापित की गई थी। भगवान महाकाल को बांधी जाने वाली राखी पंडित परिवार की महिलाओं द्वारा विशेषतौर पर तैयार की जाती है।

राखी मंदिर के अमर पुजारी परिवार की महिलाओं द्वारा विशेष रूप से तैयार की गई थी। परंपरा के अनुसार, महाकाल को सबसे पहले राखी बांधकर रक्षाबंधन पर्व का शुभारंभ किया जाता है। इसके साथ ही मंदिर परिसर के नंदी हॉल और गर्भगृह को फूलों से भव्य रूप से सजाया गया।

भस्म आरती के बाद महाकाल को सवा लाख लड्डुओं का महाभोग अर्पित किया गया। यह लड्डू प्रसाद 4 दिन की मेहनत से तैयार किया गया, जिसमें 60 डिब्बे देसी घी और 40 क्विंटल बेसन का उपयोग किया गया। लड्डू निर्माण का कार्य मंगलवार से शुरू हुआ था। हलवाई ओम प्रकाश शर्मा ने बताया कि वे पिछले 12 वर्षों से इस अवसर पर महाकाल के लिए लड्डू बना रहे हैं।
इस विशेष आयोजन के अंतर्गत मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में लड्डू वितरित किए जा रहे हैं। पुजारी अमर पुजारी ने बताया कि हर प्रमुख पर्व की शुरुआत भगवान महाकाल के दरबार से होती है, और यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है।