( संवाददाता प्रफुल्ल तंवर )
- युवक विजय नगर क्षेत्र में रहता है। सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने युवक को घर में आइसोलेट किया और परिवार के सदस्यों की कोविड जांच करवाई। इसके अलावा एक अन्य 35 वर्षीय युवक भी कोविड संक्रमित मिला। कोरोना वायरस सांस की बूंदों के ज़रिए फैलता है। कोविड-19 के लक्षणों में बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना या बंद होना है।
इंदौर। पिछले दिनों केरल से घूमकर आए 30 वर्षीय इंदौर का युवक कोविड संक्रमित मिला। सर्दी, खांसी व बुखार के लक्षण के युवक निजी अस्पताल में उपचार के लिए गया था। चिकित्सकों की सलाह पर उसने निजी लैब में अपनी कोविड की जांच करवाई, इसमें वो पाॅजिटिव निकला। युवक विजय नगर क्षेत्र में रहता है। सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने युवक को घर में आइसोलेट किया और परिवार के सदस्यों की कोविड जांच करवाई। इसके अलावा एक अन्य 35 वर्षीय युवक भी कोविड संक्रमित मिला। हालांकि इस युवक की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। इस वर्ष में इंदौर में जनवरी से अब तक पांच कोविड संक्रमित मरीज मिल चुके हैं। कोरोना वायरस सांस की बूंदों के ज़रिए फैलता है। कोविड-19 के लक्षणों में बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना या बंद होना और शरीर में दर्द शामिल हैं।

गुरुग्राम और फरीदाबाद में तीन लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि
दिल्ली-एनसीआर में कोविड-19 के केस सामने आए हैं। एक अधिकारी ने पुष्टि की कि हरियाणा के गुरुग्राम और फरीदाबाद में कोविड-19 के कम से कम तीन मामले सामने आए हैं। गुरुग्राम से कोरोना वायरस के दो और फरीदाबाद से एक मामला सामने आया। गुरुग्राम में हाल ही में मुंबई से लौटी 31 वर्षीय महिला में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई। बिना किसी ट्रैवल हिस्ट्री वाले 62 वर्षीय व्यक्ति में भी संक्रमण की पुष्टि हुई। दोनों मरीजों को आइसोलेट कर दिया गया है।

- फरीदाबाद में पल्ला इलाके के सेहतपुर निवासी 28 वर्षीय व्यक्ति जो सिक्योरिटी गार्ड के तौर पर काम करता है, कोविड संक्रमित पाया गया। पिछले कई दिनों से बुखार, खांसी और जुकाम से पीड़ित होने के बाद वह इलाज के लिए दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल गया।
वहां हुई कोरोना जांच में संक्रमण की पुष्टि हुई। गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग के डॉ. जेपी राजलीवाल ने बताया, “गुरुग्राम में दोनों मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग उन पर नजर रख रहा है।
उन्हें अपने परिवार से दूर रहने की सलाह दी गई है। स्वास्थ्य विभाग उनके संपर्क में आए लोगों की पहचान कर रहा है, ताकि उनके सैंपल की भी जांच की जा सके।”
फरीदाबाद मामले में स्वास्थ्य विभाग ने सफदरजंग अस्पताल प्रबंधन को पत्र लिखकर संक्रमित व्यक्ति के गले की लार के सैंपल उपलब्ध कराने को कहा है।
फरीदाबाद जिला स्वास्थ्य विभाग के डॉ. रामभगत ने बताया, “रिपोर्ट आने के बाद वैरिएंट की पुष्टि होगी। फिलहाल युवक और उसका पूरा परिवार स्वस्थ है।”
देश में एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के माध्यम से कोविड-19 समेत श्वसन संबंधी वायरल बीमारियों की निगरानी के लिए एक मजबूत प्रणाली भी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय स्थिति की बारीकी से निगरानी करने में सतर्क और सक्रिय है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सार्वजनिक स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए उचित उपाय किए जाएं।