( संवाददाता आशीष जवखेड़कर )
इंदौर में राशन की कालाबाजारी को रोकने के लिए एक अनोखी पहल की गई है। अब राशन की कालाबाजारी की सूचना देने वालों को अयोध्या में रामलला के दर्शन करवाए जाएंगे। इसके साथ ही, सूचनाकर्ता की आने-जाने, अयोध्या में रहने और खाने की व्यवस्था भी की जाएगी।
इंदौर। गरीबों को वितरित किए जाने वाले राशन की कालाबाजारी रोकने के लिए अब एक अनूठा तरीका निकाला गया है। राशन की कालाबाजारी की सूचना देने वालों को अब अयोध्या में रामलला के दर्शन करवाए जाएंगे। सूचनाकर्ता की आने-जाने, अयोध्या में रहने, खाने की व्यवस्था भी की जाएगी।
महापौर परिषद सदस्य मनीष शर्मा मामा ने बताया कि अब तक कालाबाजारी की सूचना देने वालों को नकद इनाम दिया जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। राशन कालाबाजारी की सूचना देने वालों के लिए अयोध्या यात्रा का इंतजाम किया जाएगा।
इनाम देने के बदले अब अयोध्या की यात्रा करवाएंगे

शहरी गरीबी उपशमन विभाग प्रभारी मनीष शर्मा मामा ने बताया कि गरीबों के राशन की दो तरह से कालाबाजारी होती है। कुछ लोग बस्तियों में घूम-घूमकर राशन की दुकानों से रियायती दर पर मिलने वाला राशन हितग्राहियों से खरीदकर इसे किराना दुकानों पर महंगे दाम में बेचते हैं।
नाम गुप्त रखा जाएगा
ऐसे लोगों की सूचना देने वालों को अब तक 1100 रुपये इनाम देते थे। इसी तरह बड़े गोदामों से भी कालाबाजारी होती है। इसकी सूचना देने वालों को 2100 रुपये इनाम दिया जाता था। अब दोनों ही तरह के मामलों में सूचना देने वालों को रामलला के दर्शन करवाए जाएंगे। सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा।

तौल कांटों में सेटिंग का खेल, वजन कम कर काटा जा रहा ट्रांसपोर्टरों का भाड़ा
इंदौर के औद्योगिक क्षेत्र और मंडी के आसपास संचालित धर्म तौल कांटों की नियमित जांच की मांग ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने की है। एसोसिएशन ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए मांग की है नियमित और सही जांच नहीं होने से वजन में सेटिंग का खेल चल रहा है।
व्यापारी तय कांटे से ही वजन कराने की मांग करते हैं और अन्य तौल कांटे के वजन को मान्य नहीं करते। ऐसे में वजन कम होने पर व्यापारी ट्रक चालक का भाड़ा काट लेते है। इंदौर ट्रक आपरेटर एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष सीएल मुकाती का कहना है कि ट्रक चालक और मालिक विगत तीन से चार माह से लगातार भाड़ा काटने की शिकायत एसोसिएशन को कर रहे।
व्यापारी द्वारा तय कांटे से ही वजन कराया जाता है और अन्य कांटे का वजन नहीं माना जा रहा। तय कांटे से वजन कराने पर हमेशा वजन कम आता है। मामले में कलेक्टर को शिकायत की गई है। मुकाती का कहना है कि शहर में खुले सभी कांटों को मान्य किया जाना चाहिए।