मध्य प्रदेश में कुल 14 पाकिस्तानी नागरिक थे, जिनमें इंदौर, भोपाल और जबलपुर में अपनी भारतीय माताओं के साथ रह रहे नौ बच्चे भी शामिल हैं. इसके अलावा, सिंधी समुदाय से ताल्लुक रखने वाला एक युवक भी भोपाल में शॉर्ट टर्म वीजा पर था और उसने लॉन्ग टर्म वीजा के लिए आवेदन किया था. लेकिन, जब केंद्र सरकार ने 14 श्रेणियों के वीजा रद्द करने का आदेश दिया और ऐसे सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 27 अप्रैल तक भारत छोड़ने को कहा गया. इन में नौ बच्चे भी शामिल हैं.
पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के नागरिकों के लिए 14 श्रेणियों के वीजा रद्द करने का फैसला लिया था. इस फैसले के मद्देनजर मध्य प्रदेश की धरती पर कुछ मासूम दिलों की धड़कनें असमंजस में हैं. इंदौर, भोपाल और जबलपुर जैसे शहरों में नौ बच्चे अपनी भारतीय माताओं की बाहों में सिमटे अपने भविष्य की डोर थामे सहमे हुए हैं. ये वे बच्चे हैं, जो भारतीय मां और पाकिस्तानी पिता की संतान हैं.
चार नन्हे-मुन्ने, जिनकी उम्र चार से सात साल के बीच हैं. ये इंदौर में अपने ननिहाल में हैं. वहीं, जबलपुर में 2 लड़कों सहित एक बच्ची जिनकी उम्र 1-11 साल के बीच हैं. वे अपने दादा-दादी के साथ हैं. पाकिस्तानी पिता और भारतीय मां से जन्मे पांच और छह साल के दो दूसरे बच्चे वर्तमान में राज्य की राजधानी भोपाल में हैं.
पिता की बेरोजगारी की वजह से बच्चे आए थे ननिहाल
जबलपुर में तीन बच्चों को पिछले महीने अपनी मां के साथ शॉर्ट टर्म वीजा पर भारत आना पड़ा, जिनमें सबसे बड़ी 11 वर्षीय लड़की और सबसे छोटा उसका एक वर्षीय भाई था, क्योंकि उनके पिता लंबे समय से पाकिस्तान में बेरोजगार थे.
एमपी में 9 बच्चों समेत कुल 14 पाकिस्तानी नागरिक
मध्य प्रदेश में कुल 14 पाकिस्तानी नागरिक थे, जिनमें इंदौर, भोपाल और जबलपुर में अपनी भारतीय माताओं के साथ रह रहे नौ बच्चे भी शामिल हैं. इसके अलावा, सिंधी समुदाय से ताल्लुक रखने वाला एक युवक भी भोपाल में शॉर्ट टर्म वीजा पर था और उसने लॉन्ग टर्म वीजा के लिए आवेदन किया था. लेकिन, जब केंद्र सरकार ने 14 श्रेणियों के वीजा रद्द करने का आदेश दिया और ऐसे सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 27 अप्रैल तक भारत छोड़ने को कहा गया. इन में नौ बच्चे भी शामिल हैं.एक अफसर ने NDTV को बताया कि हमने इन बच्चों के संबंध में केंद्र सरकार से सलाह और मार्गदर्शन मांगा है. जिन 14 पाकिस्तानी नागरिकों को 27 अप्रैल तक भारत छोड़ने का निर्देश दिया गया था, उनमें से तीन पहले ही भारत छोड़कर पाकिस्तान लौट चुके हैं.
एक मां अपने बच्चे के साथ जा चुकी हैं पाकिस्तान
इसी सिलसिले में एक मामला और सामने आया है, जहां एक भारतीय मां अपने छह साल के बच्चे के साथ इंदौर में अपने मायके आई थी, लेकिन बाद में वह बच्चे को लेकर वापस पाकिस्तान चली गई. अब इस प्रकरण की जांच दिल्ली स्थित विदेशी पंजीकरण कार्यालय (FRRO) कर रहा है.
यह सख्त कदम 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद उठाया गया था. केंद्र सरकार ने 25 अप्रैल को 14 श्रेणियों के वीजा तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिए थे और इन श्रेणियों के तहत भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को 27 अप्रैल तक देश छोड़ने का आदेश जारी किया था. हालांकि, गृह मंत्रालय (MHA) ने स्पष्ट किया था कि यह आदेश राजनयिक और आधिकारिक वीजा धारकों के साथ-साथ दीर्घकालिक वीजा (LTV) धारकों पर लागू नहीं होगा.