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बिहार में होली के दौरान दो दिनों में 22 हत्याएं होना ही सुशासन है – पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी

बिहार में होली के दौरान दो दिनों में 22 हत्याएं होना ही सुशासन है – पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी
दीपक तिवारी
पटना । पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि बिहार में होली के दौरान दो दिनों में 22 हत्याएं होना ही सुशासन है ।
उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि यह मंगलराज है, जंगलराज में यह नहीं होता था। दारोगा की हत्या नहीं होती थी। पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि अपराध के मुद्दे पर सरकार पूरी तरह से विफल है। विधान परिषद में विरोधी दल की नेता राबड़ी देवी ने कहा कि होली के दौरान राज्यभर में 22 लोगों की हत्या की गई है। उन्होंने कहा कि दो दिन के भीतर 22 लोगों की हत्या कर दी गई है तो सोच लीजिए कि हर महीने कितने लोगों की हत्या बिहार में हो रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा, “सरकार के लोग कहते हैं कि बिहार में सुशासन की सरकार है तो उन्हें बताना चाहिए कि सुशासन कहां है। छोटी-छोटी बेटियों की रेप के बाद हत्या कर दी जाती है। जब राज्य में दारोगा और सिपाही मारे जा रहे हैं तो आम जनता का हाल क्या होगा, हर कोई जान रहा है। सरकार ने जिन लोगों को सुरक्षा करने का जिम्मा दिया है, उन्हीं लोगों की हत्या हो रही है तो आम लोगों का भगवान ही मालिक है। कहते हैं बिहार में सुशासन की सरकार है तो इस तरह की घटनाएं क्यों हो रही हैं।”
इधर, राजद के विधायक मुकेश यादव ने कहा कि बिहार में अपराधियों की सरकार है, गोलियों की बौछार है, यही नीतीश कुमार है। आम जनता की बात छोड़ दीजिए, सुरक्षा में लगे पुलिस अधिकारियों की भी हत्या हो रही है। इसलिए नीतीश कुमार को नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। विधायक रणविजय साहू ने कहा कि पूरे बिहार में त्राहिमाम है। एक भी जिला ऐसा नहीं है जहां प्रतिदिन हत्या नहीं हो रही है। इसके बावजूद मुख्यमंत्री आंखों में पट्टी बांधे हुए हैं। मुख्यमंत्री मौन क्यों हैं? कहां गया सुशासन का नारा। बिहार की जनता सब देख रही है। ऐसे लोगों को अगले चुनाव में बंगाल की खाड़ी में भेजने का काम करेगी।
विपक्ष ने प्रदेश में आपराधिक घटनाओं में तेजी का आरोप लगाते हुए सदन की कार्यवाही शुरू होने के पहले परिसर में और कार्यवाही शुरू होने के बाद सदन के अंदर हंगामा किया। विपक्ष के सदस्य तख्तियां लेकर विधानसभा पहुंचे और परिसर में जमकर नारेबाजी की। होली के दौरान मुंगेर में दारोगा की हत्या, अररिया में दारोगा की हत्या सहित कुछ अन्य जगहों पर पुलिस वालों पर हमले की घटना को लेकर नीतीश सरकार के खिलाफ विपक्ष का आक्रामक रुख दिखा।
राजद के विधायक मुकेश रौशन ने कहा कि बिहार में खून की होली हुई। यहां कानून का राज कहने को है। भाजपा के लोग उन्मादी बात करते हैं। सत्ता में बैठे लोग ही अपराधी को संरक्षण दे रहे हैं। विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि होली के दौरान मुंगेर में दारोगा की हत्या, अररिया में दारोगा की हत्या, कई स्थानों पर पुलिस वालों पर हमला। जब पुलिस ही सुरक्षित नहीं है तो आम लोगों की क्या स्थिति है। अपराधी खुलेआम घटना को अंजाम देकर घूम रहे हैं। यहां सही अर्थों में सरकार नाम की चीज नहीं है। कानून का राज समाप्त हो गया है।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष हंगामा शुरू कर दिया। विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव इस दौरान विपक्षी सदस्यों को अपने स्थान पर बैठने को लेकर आग्रह करते रहे लेकिन विपक्ष हंगामा करता रहा। विपक्षी विधायकों ने प्लेकार्ड लेकर वेल में प्रवेश किया, जिन्हें मार्शल्स ने छीन लिया। हालांकि इस दौरान प्रश्नकाल चलता रहा।
इस बीच, जदयू के विधायक डॉ. संजीव ने कहा कि अब कड़े एक्शन की जरूरत है। वेट एंड वाच से काम नहीं चलेगा। जब आपके रक्षक की हत्या हो रही है तो सिर्फ गिरफ्तारी से काम नहीं चलने वाला है। कड़ी कार्रवाई करनी होगी। उन्होंने कहा कि पुलिस को हथियार जो मिलता है, उसका समय पर चलाने का अधिकार भी मिलना चाहिए। आपको एनकाउंटर मोड में आना होगा।

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