Saturday, November 1, 2025

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आज से गणेश महोत्सव शुरू, जानिए गणपति स्थापना का शुभ मुहूर्त, पूजन विधि से विसर्जन तक

( संवाददाता प्रफुल्ल तंवर )

10 दिवसीय गणेश महोत्सव का शुभारंभ आज यानी बुधवार से हो गया है. मुंबई से लेकर मध्य प्रदेश तक गणपति बप्पा मोरया की गूंज सुनाई दे रही है.

एनटीवी टाइम न्यूज/गणपति बप्पा मोरया, मंगल मूर्ति मोरया… आज से गणेश महोत्सव का शुभारंभ हो गया है. इस पर्व की शुरुआत, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से होती है. इस वर्ष गणेश महोत्सव का पर्व बुधवार, 27 अगस्त 2025 को गणेश चतुर्थी से लेकर शनिवार, 6 सितंबर 2025 को अनंत चतुर्दशी तक मनाया जाएगा. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस 10 दिवसीय गणेश महोत्सव में मिट्टी से बनी गणेश प्रतिमा की पूजा करना अत्यंत शुभ और फलदायी होता है. यहां जानिए गणेश स्थापना का शुभ मुहूर्त, सही विधि, पूजा विधि, पूजा सामग्री, भोग आदि.

गणेश महोत्सव आज से शुरू

वैदिक पंचांग के अनुसार, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि का शुभारंभ मंगलवार, 26 अगस्त 2025 को दोपहर 1:53 बजे से हो गई है. वहीं समापन बुधवार, 27 अगस्त की दोपहर 3:43 बजे तक रहेगी. उदिया तिथि के अनुसार, गणेश चतुर्थी का पर्व आज यानी 27 अगस्त को मनाया जाएगा.

गणेश स्थापना की शुभ मुहूर्त

गणपति स्थापना के लिए दो शुभ मुहूर्त बन रहे हैं. पहला शुभ मुहूर्त बुधवार, 27 अगस्त की सुबह 11:01 बजे से लेकर दोपहर 1:40 बजे तक रहने वाला है. वहीं दूसरा शुभ मुहूर्त दोपहर 01:39 बजे से लेकर शाम 6:05 बजे तक रहेगा.

गणेश चतुर्थी पूजा के लिए शुभ मुहूर्त

गणेश चतुर्थी पर गणपति की पूजा का शुभ मुहूर्त 11:05 बजे से लेकर दोपहर में 1:40 बजे तक है.

गणेश स्थापना पूजा विधि

  • सबसे पहले घर के पूजा स्थान को अच्छे से साफ करें.
  • अब फूल, रंगोली व सजावटी वस्तुओं से सजाएं.
  • शुभ मुहूर्त में ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) में चौकी स्थापित करें.
  • वेदी पर पीले या लाल वस्त्र बिछाएं.पूजा शुरू करने से पहले हाथ में जल, अक्षत और फूल लेकर व्रत व पूजा का संकल्प करें.
  • ‘ॐ गं गणपतये नमः’ मंत्र का जाप करते हुए गणपति बाप्पा का आह्वान करें. गणेश जी की प्रतिमा विराजमान करें.
  • अब भगवान की प्रतिमा को पंचामृत या दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से स्नान कराएं.
  • इसके बाद गणेश जी को नए वस्त्र पहनाएं.
  • पुष्प और आभूषण अर्पित करें.
  • इसके अलावा दूर्वा घास, लाल फूल और सिंदूर आदि चढ़ाएं.
  • गणेश जी को प्रिय भोग मोदक और लड्डू चढ़ाएं.

गणपति जी का भोग

मोदक– गणेश जी का प्रिय भोग मोदक है. ऐसे में आप इस खास अवसर पर मोदक का भोग गणेश जी को लगाए.

लड्डू– लड्डू भी गणेश जी को अर्पित करना शुभ माना जाता है. आप बेसन या बूंदी के लड्डू से गणेश जी को भोग लगा सकते हैं.

नारायण शर्मा
नारायण शर्मा
एन टी वी टाइम न्यूज में मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ के लिए काम करता हूं।
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