आर्थिक राजधानी इंदौर से बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां मंगलवार की सुबह आयकर विभाग की टीम ने रियल एस्टेट कारोबारी के घर और दफ्तरों पर दबिश दी। इससे पहले भी तीन बार इनके प्रतिष्ठानों पर इनकम टैक्स (Income Tax) की कार्रवाई हो चुकी है। इंदौर के अलावा खरगोन में भी कॉटन व्यापारी के घर आईटी की टीम सर्वे कर रही है।
जानकारी के मुताबिक, रियल एस्टेट कारोबारी के बालाजी विहार के महू नाका स्थित घर पर इनकम टैक्स (Income Tax) का सर्वे चल रहा है। अधिकारी घर में संपत्ति और दस्तावेज की छानबीन कर रहे हैं।
खरगोन जिले के भीकनगांव में भी कॉटन व्यापारी की फर्म अनंत एग्रो पर आयकर विभाग की टीम सर्वे कर रही है। फैक्ट्री परिसर और घर पर दो अलग-अलग टीम जांच कर रही है। एक दर्जन से अधिक अधिकारी-कर्मचारी सुबह से दस्तावेज खंगाल रहे हैं।
पहले भी पड़ चुकी है IT की रेड
रियल एस्टेट कारोबारी की कंपनी पर 2009 में भी इनकम टैक्स की इन्वेस्टिगेशन विंग ने छापा मारा था।महिला एवं बाल विकास विभाग में अरबों रुपए के पोषण आहार सप्लाई में भ्रष्टाचार के आरोप पर कार्रवाई हुई थी।भोपाल स्थित मंडीदीप में एमपी एग्रो न्यूट्री फूड कंपनी की दो फैक्ट्रियों में यह पोषण आहार बनाया जाता था।इस कंपनी में 30 फीसदी इक्विटी राज्य सरकार की है।जांच में बड़े खर्चों के कई बोगस बिल और सरकारी सप्लाई की रिसीट मिली थी।फर्म संचालकों ने अघोषित पैसे को नंबर एक में बदलने के लिए परिवार वालों, रिश्तेदारों और करीबियों के खातों में घुमाया।आयकर विभाग ने इसे ऑपरेटर द्वारा किए जा रहे देसी हवाला का नाम दिया था। इसमें शामिल करीब 12 ब्रीफकेस कंपनियों का नाम भी आया था।कंपनियों के ऑफिस और घरों से 85 लाख नकद भी मिले थे। भोपाल में 4 और इंदौर में 11 लॉकरों का पता चला था।2016 में भी छापा मारा था। तब 100 करोड़ से ज्यादा का टर्नओवर मिला था।250 से ज्यादा अधिकारियों ने भोपाल में तीन आवास, मंडीदीप में दो फैक्ट्रियों सहित इंदौर और मुंबई में जांच की थी।